माननीय राज्यमंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे द्वारा परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांगुलपारा जलाशय सिचाई योजना की नहरों के सीमेंटीकरण, सुदृढ़ीकरण, मरम्मत कार्य के लिए जल संसाधन विभाग से विशेष मरम्मत कार्य अंतर्गत 4 करोड 29 लाख 49 हजार रुपए की राशि स्वीकृत कराई है।
उपरोक्त राशि से गांगुलपारा सिंचाई योजना की मुख्य नहर लंबाई 15.93 किमी एवं लघु नहर कुल लंबाई 18.39 किमी का लाइनिंग कार्य कराया जावेगा। उपरोक्त कार्य के लिए मध्यप्रदेश शासन जल संसाधन विभाग के उप सचिव द्वारा पत्र क्र. 3441257/दिनांक 6 अप्रैल 2023 को विशेष मरम्मत कार्य अंतर्गत 4 करोड 29 लाख 49 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी गई है।
गांगुलपरा जलाशय का निर्माण कार्य सन 1960 में पूर्ण कराया गया है। वर्तमान स्थिति में इस नहर प्रणाली की मुख्य नहर,वितरक नहरों, एवं उप वितरक नहरे अब क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। तथा रूपांकित क्षमता के स्तर पर नहीं है। कंटूर कैनाल होने की वजह से एवं मुरमीकृत एवं रेतीली मिट्टी वाले क्षेत्र में निर्माण होने से 30% से अधिक पानी का रिसाव हो जाता है। जिसके कारण नहर प्रणाली से रूपाकित क्षमता के अनुरूप जल प्रभावित नहीं किया जा सकता है। फलस्वरूप नहरों के टेल भाग के कमांड क्षेत्र में सिंचाई नहीं हो पा रही है। उपरोक्त समस्याओं के मद्देनजर मंत्री श्री कावरे के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा उपरोक्त नेहरों के सीमेंटीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं मरम्मतीकरण हेतु प्रस्ताव तैयार कर भेजा था। मंत्री श्री कावरे के जल संसाधन विभाग में राज्य मंत्री हैं, श्री कावरे ने अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए विशेष मरम्मत अंतर्गत उपरोक्त कार्य के लिए राशि स्वीकृत करवाई।उपरोक्त कार्य से पानी का अपव्यय रुकेगा और टेल एरिया तक सिंचाई के लिए पानी प्रदान किया जा सकेगा। खरीफ एवं रबी की फसलों के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा।
*मंत्री श्री कावरे का कहना है*
बालाघाट जिले के किसानों के लिए गांगुलपरा जलाशय के मुख्य नहर का सीमेंटीकरण होना महत्वपूर्ण सौगात है। सीमेंटीकरण, मरम्मत और आधुनिकीकरण का कार्य किया जायेगा। जिससे टेल एरिया तक पानी पहुंचाया जा सकेगा। उपरोक्त कार्य होने से 35 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के किसानों को इसका फायदा मिलेगा।
अन्नदाता किसानों को सूखे के संकट से मुक्ति प्राप्त होगी और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना आसान होगा। मंत्री बनने के पश्चात तत्काल ही मैंने गांगुलपरा जलाशय का निरीक्षण किया था। और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि इस जलाशय के पानी से ज्यादा से ज्यादा किसान कैसे लाभान्वित होंगे उसके संबंध में योजना बनाए। मैं शासन से पैसे की व्यवस्था अवश्य करवा दूंगा। जलाशय से रोजगार प्राप्त करने वाले मछुवारों का भी हम ध्यान रखेंगे। उन्हें ज्यादा से ज्यादा आय प्राप्त हो सके इसके लिए भी प्रयास करेंगे।
*लाभान्वित ग्राम*
लाइनिंग कार्य से भरवेली, आवलाझरी, पायली, रावणबंदी, बोदा, टवेझरी ग्राम के लगभग 5000 किसान लाभान्वित होंगे। उपरोक्त गांव के जल स्तर में भी सुधार होगा। पशु पक्षियों को भी पानी प्राप्त हो सकेगा।
*किसानो ने जताया हर्ष*
उपरोक्त राशि स्वीकृत होने पर क्षेत्रीय किसानों ने राज्यमंत्री श्री कावरे के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हर्ष जताया है। क्षेत्रीय किसान दुलिस तिलासे, चैतन्य फाये, नेतलाल सोनी, रमेश राऊत, मानिक नगपुरे, राजेश गोमासे, ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मंत्री श्री कावरे किसानों के मसीहा हैं। किसानों की पीड़ा को समझते हुए उन्होंने अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में क्षेत्र को अनेक योजनाओं की सौगात दी है। वे सही मायने में विकास पुरुष हैं, मंत्री पद का उपयोग करते हुए जितना विकास कार्य उन्होंने अपने क्षेत्र में कराया है वह अपने आप में एक मिसाल है। युवा जोश और कुछ कर गुजरने की क्षमता की झलक मंत्री जी में दिखाई देती है।