केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले व सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि श्रीरामचरित मानस धर्म ग्रंथ का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा। जन एवं जगत का कल्याण श्रीरामचरित मानस में निहित है। भारत विश्व गुरु बनेगा। इसमें कोई दो राय नहीं होनी चाहिए। ईश्वर का आशीर्वाद व जनता का साथ आज भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रहा है। 

केंद्रीय राज्य मंत्री श्री चौबे छतरपुर हनुमान मंदिर परिसर में श्री राम कर्म भूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर एवं नमो सद्भावना समिति हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सनातन संस्कृति समागम एवं विश्व गुरु भारत धर्मयज्ञ को संबोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नव भारत का निर्माण हो रहा है। कभी भारत दुनिया की ओर देखा था। आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। यह नव भारत है। जहां आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ आर्थिक विकास भी हो रहा है। विश्व गुरु भारत धर्म यज्ञ में शिरकत कर रहे धर्मगुरुओं ने कहा कि श्री राम चरित मानस पूरे विश्व का ग्रंथ है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य व जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण भारत के नव जागरण का प्रतीक है। 

जगद्गुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज ने कहा कि यू तो श्रीराम ब्राह्मंड नायक हैं, केंद्र सरकार को भगवान श्रीराम को राष्ट्रीय देवता, श्री रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ व सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म घोषित करना चाहिए। धर्मदास जी महाराज ने कहा कि श्रीरामचरितमानस पूरे विश्व का संविधान हैं। 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि एक नेता ने हाल ही में कहा कि जय श्री राम वाले जय सियाराम नहीं बोलते हैं। उन्हें जय श्रीराम व जय सियाराम में फर्क दिखता होगा, लेकिन दोनों का अर्थ एक ही है। उन्होंने कहा कि सनातन सदैव रहने वाला है। शाश्वत व सत्य है। सभी के सुख व निरोग होनी की कामना करता है। भारत जगतगुरु है। आज का समय हमसभी का है। केंद्रीय महिला विकास व आयुष राज्यमंत्री डॉ महेंद्र मंजूपारा ने कहा कि यज्ञ में शामिल होने से चित्त प्रसन्न होता है। भारत के विश्व गुरु हेतु यज्ञ में जनता बढ़चढ़ कर शामिल हो रही है। यह प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित किया जा रहा है। यह गर्व की बात है। समागम स्थल पर आए हुए साधु-संतों एवं अतिथियों का स्वागत नमो सद्भावना समिति के महासचिव मुरली कृष्ण ने किया। सभी साधु संत एवं अतिथि यज्ञ में शामिल हुए। भगवान शिव की आराधना की। जलाभिषेक के बाद आयोजित धर्म संसद में शामिल हुए।