लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कांग्रेस और विपक्षी दलों की योजना फिलहाल ठंड़ी पड़ती नजर आ रही है। बजट सत्र के दौरान जारी हंगामेदार गतिरोध के बीच सत्र के आखिरी चार दिन भी सत्तापक्ष और विपक्ष का टकराव खत्म होने की कोई गुंजाइश नहीं है।

विपक्षी दलों का मानना है कि इस गतिरोध और हंगामे को देखते हुए स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर चर्चा कराए जाने की संभावना बिल्कुल नहीं है। ऐसे में पुख्ता संकेत हैं कि विपक्षी दल फिलहाल इस विकल्प को नहीं आजमाएंगे।

मोदी सरकार को घेरने की कोशिश करेगा विपक्ष

हालांकि, विपक्ष सोमवार को भी संसद के दोनों सदनों में अदाणी मुद्दे पर जेपीसी के गठन की मांग के साथ राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए मोदी सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।

विपक्षी दलों की ओर से पिछले हफ्ते राहुल गांधी की सदस्यता त्वरित गति से रद्द करने के लोकसभा अध्यक्ष के फैसले पर सवाल उठाते हुए संकेत दिया था कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी की जा रही है।

कांग्रेस की प्राथमिकता सूची से हटा अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प

इस बीच सोमवार को कांग्रेस का पूरा जोर राहुल गांधी की मानहानि के मामले में सुनाई गई सजा को सत्र अदालत में चुनौती देने पर रहेगा। इसीलिए अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प कांग्रेस की प्राथमिकता सूची से भी फिलहाल हट गया है।