मैहर विधायक की मुख्यमंत्री ने पेपरलेस व अनाप-शनाप बिजली बिलों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को हो रही समस्याओं के संबंध में मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि विन्ध्य सहित संपूर्ण प्रदेश में पेपरलेस बिजली बिल मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से भेजे जा रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं द्वारा जानकारी के अभाव में समय पर बिल जमा न होने से उनके कनेक्शन बड़ी संख्या में काटे जा रहे है। जहां एक ओर पढ़े-लिखे शहरी उपभोक्ताओं को मीटर रीडर द्वारा स्पाट बिल दिया जाता है, वहीं ग्रामीण कम पढ़े लिखे लोगों को ऐसी कोई सुविधा नहीं है, मोबाइल फोन न होने व समय पर बिल की जानकारी न मिलने से समस्या और बढ़ जाती है, जमा करने में विलंब होने पर तमाम तरह के सरचार्ज व ब्याज जोड़ दिया जाता है। श्री त्रिपाठी ने आगे कहा है कि इस नई व्यवस्था से ग्रामीण क्षेत्रों में भारी समस्या हो रही है, उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है, बड़ी संख्या में कनेक्शन काटकर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है, अनाप-शनाप बिजली बिल जारी किये जा रहे है, संशोधन व बिल की गढ़बड़ी में सुधार के लिये लोग भटकते रहते हैं पर उनकी सुनवाई व समस्या समाधान का कहीं कोई ठिकाना नहीं है। आवेदन लेने के बाद बिल सुधार करने के लिये न अधिकारी नियत हैं न कोई समय सीमा तय है। बिल जमा न हो पाने के कारण लोगों को विभाग द्वारा जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है, जहाँ पूरा बिल भरे बिना जमानत नहीं मिलती। त्रुटिपूर्ण भारी भरकम बिजली बिल को एकसाथ भरना उपभोक्ता के लिये संभव नहीं होता है, इन सब मामलों को लेकर ग्रामीण जनता व बिजली उपभोक्ताओं में भारी आकोश पनप रहा है। मैहर विधायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि तत्काल बिजली बिल जारी करने व उपभोक्ताओं को पूर्ववत् बिल भेजने की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दें व अनाप-शनाप जारी हो रहे बिजली बिलों के संशोधन व समाधान के लिये कनिष्ठ यत्रियों को अधिकार देकर समय सीमा तय करावें, ताकि आम जनता को राहत मिल सके, अन्यथा की स्थिति में लोग बिजली बिल भरना बंद कर देंगे और बिजली विभाग व कंपनियों की भर्राशाही को लेकर आंदोलन करने को मजबूर हो जायेंगे।*