महाराष्ट्र राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल ने शनिवार को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी शिवसेना पर हमला बोला है। पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में 2024 का विधानसभा चुनाव भाजपा बनाम एमवीए में ही होगा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के अस्तित्व पर सवालिया निशान होगा।
शिंदे समूह का वजूद खत्म होगा
यहां संवाददाताओं से बात करते हुए पाटिल ने कहा कि उन्हें लगता है कि भाजपा विधानसभा की सभी 288 सीटों पर अपने चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेगी क्योंकि उन्होंने विश्वास जताया कि शिंदे गुट का वजूद खत्म हो जाएगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि जब भाजपा और एमवीए के बीच लड़ाई होगी तो शिंदे समूह बचेगा।
स्थानीय राजनीतिक पार्टियों को खत्म करना चाहती भाजपा
पाटिल ने आरोप लगाया कि भाजपा स्थानीय राजनीतिक पार्टियों के अस्तित्व को मान्यता नहीं देना चाहती और उन्हें बढ़ने नहीं देना चाहती। उन्होंने कहा कि भाजपा ने छोटे दलों, सहयोगियों या प्रतिद्वंद्वियों को नष्ट करने का काम किया है। भाजपा का एक सूत्रीय एजेंडा छोटी पार्टियों को अस्थिर करना है ताकि वह उनके वोट शेयर को हड़प सके।
शिंदे ने शिवसेना से की थी बगावत
शिंदे के अविभाजित शिवसेना से बाहर निकलने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह, राकांपा और कांग्रेस द्वारा बनाई गई एमवीए सरकार पिछले साल गिर गई थी। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में वापसी के साथ भाजपा से हाथ मिला लिया। उनके समूह को हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा 'शिवसेना' नाम और इसका 'धनुष-तीर' चिन्ह आवंटित किया गया था।
पाटिल ने कहा कि अगर शिंदे समूह तब तक अस्तित्व में रहता है, तो बीजेपी अंतिम समय में उन्हें 48 सीटों पर चुनाव लड़ने की अनुमति देगी और उन्हें बताएगी कि उनके पांच से छह उम्मीदवार ही जीत सकते हैं। लांग मार्च में भाग लेने वाले किसानों की मांगों पर विधानसभा में सीएम के बयान के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा कि सरकार ने 500 रुपये से 600 रुपये की मांग के बावजूद प्याज खरीद के लिए पैसा बढ़ाकर 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।