इंदौर के बीएम कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड फार्मेसी की प्राचार्य विमुक्ता शर्मा जिंदगी की जंग हार गईं। पांच दिन पहले उन्हें पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। विमुक्ता शर्मा ने शनिवार तड़के चार बजे चोइथराम अस्पताल में दम तोड़ा।
बता दें कि इससे पहले आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव पर कलेक्टर डा. इलैयाराजा टी ने रासुका लगा दी। पुलिस ने आपराधिक मामलों की जानकारी सहित रासुका का प्रस्ताव भेजा था। एडिशनल एसपी (ग्रामीण) शशिकांत कनकने के मुताबिक, विजयश्री नगर कालनी नगर निवासी आशुतोष पुत्र संतोष श्रीवास्तव को शुक्रवार दोपहर जिला कोर्ट (महू) पेश कर शनिवार तक रिमांड पर लिया गया। अफसरों ने आरोपित से पूछताछ की और दोपहर को घटना स्थल पर ले गए। घटना का नाट्यरुपांतरण करवाया और लाइटर, बाइक और वो बालटी जप्त कर ली, जिससे आशुतोष ने विमुक्ता पर पेट्रोल डाला था।
टीआई आरएनएस भदौरिया दोपहर को आरोपित को खंडवा रोड़ स्थित पेट्रोल पंप पर भी ले गए, जहां से बाइक में पेट्रोल भरवाया था। कर्मचारियों ने उसके आने की पुष्टि की और आरोपित के सीसीटीवी फुटेज भी मिल गए। इसके बाद उस दुकान पर पहुंचे, जहां से 50 रुपये की बालटी खरीदी थी। पुलिस ने गवाहों के कोर्ट के समक्ष धारा-164 के तहत कथन करवाए हैं। शनिवार को पुलिस आरोपित को दोबारा कोर्ट में पेश करेगी।
उधर, दोपहर को विधायक रमेश मैंदोला, सर्व ब्राह्मण युवा संगठन अध्यक्ष संदीप जोशी, पार्षद मनोज मिश्रा चोइथराम अस्पताल में भर्ती प्राचार्य विमुक्ता के स्वजन से मुलाकात की। आईजी राकेश गुप्ता से बात कर कहा कि मामले को चिन्हित अपराधों में शामिल कर आरोपित को जल्द से जल्द सजा दिलवाने का प्रयास करें।