दिल्ली में किशोरी साक्षी की चाकू से गोदकर नृशंस हत्या करने वाले साहिल ने पहासू थाना क्षेत्र के गांव अटेरना में रहने वाले बुआ के घर में पनाह ली थी। बुआ को जब भतीजे की करतूत का पता चला, तो एकबारगी वह बेहोश हो गईं।
जिस तरह बेटी की हत्या की, उसी तरह उसकी हत्या की जाए
साहिल द्वारा की गई वारदात का सीसीटीवी फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित है, इसे देखकर बुआ शमीम उर्फ शम्मो ने कहा कि जिस तरह किसी की बेटी की हत्या भतीजे ने की है, ऐसे ही उसकी हत्या की जाए। किसी की बहन-बेटी को धर्म छिपाकर झांसे में लेना और उसके साथ धोखा करना ये तो शरीयत के खिलाफ है। कहा कि अब वह अपने मायके नहीं जाएगी और ऐसी करतूत करने वालों से जिंदगीभर संबंध नहीं रखेगी और न ही बच्चों को रखने देगी।
यदि पता होता साक्षी का कत्ल करके आया है तो खाना भी नहीं देती
शमीम उर्फ शम्मो ने बताया कि यदि उसे पता होता कि साहिल किसी की बेटी को मारकर यहां आया है, तो वह उसे सुबह खाना भी नहीं देती। शम्मो का मंझला बेटे अमन ने बताया कि सोमवार सुबह चार बजे साहिल घर आया था। उससे खाने की बाबत पूछी तो उसने बताया कि वह दोस्तों के साथ बुलंदशहर में एक शादी में आया था, सोचा कि बुआ और आप लोगों से मिलकर घर जाऊंगा। जिसके बाद साहिल कमरे में पंखा चलाकर सो गया।
स्वजन को फोन पर बताया बुआ के घर हूं
सुबह करीब आठ बजे सोकर उठे और मोबाइल पर अपने स्वजन को फोन कर बताया कि वह बुआ के घर है। इसके बाद चाय और बिस्किट खाकर वह फिर से सो गया। करीब 12 बजे सोकर उठे और खाना खाया और फिर से सो गए। करीब तीन बजे दो पुलिसकर्मी घर में दाखिल हुए और पूछा कि साहिल घर में है क्या।
पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर साहिल को जगाया
अमन ने पुलिसकर्मियों को बताया कि कमरे में साे रहा है। जिसके बाद एक पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर हाथ में लिया और साहिल को झझकोर कर बोले कि तेरी नींद पूरी हो गई हो तो चलें दिल्ली। जिसके बाद साहिल पुलिसकर्मियों के सामने हाथ जोड़ते दिखा। पुलिस उसके बाद साहिल को थाने और फिर दिल्ली ले गई। उधर, आसपास के ग्रामीणों ने साहिल को फांसी की सजा की मांग की