हिमाचल प्रदेश में पेपर लीक मामले को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा फैसला लिया है. पेपर लीक मामले में कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को जांच के बाद भंग कर दिया गया है. ऐसे में अब जो एग्जाम हो चुके हैं और डॉक्यूमेंटेशन बाकी है. वह हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग करेगा. मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इसका ऐलान किया. 

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, पिछले तीन साल से चल रही अनियमित्ताएं और पेपर लीक मामलों के मध्यनजर आज हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग कर दिया गया. जब तक नया चयन आयोग नहीं बनता. इस आयोग की कार्यप्रणाली को अब हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन जारी रखेगा, ताकि विद्यार्थियों का कोई नुकसान ना हो. 

सीएम सुक्खू ने शिमला में दिल्ली जाने से पहले पत्रकार वार्ता में कहा कि कर्मचारी चयन आयोग था, उसमें पिछले तीन साल से इस पेपर लीक के मामले हो रहे थे और बिक रहे थे. कुछ लोगों को पेपर बेचा जाता था. अभी पेपर हुए हैं उनके विषय में भी शिकायतें आई हैं.