रोहा गढमारी निवासी समाजप्रीय महिला,पुर्व प्रधानाध्यापीका वीना बोरा(72)के देहांत से क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है।

     20जनवरी 1951को रोहा एतिज्यमंडित रोहाचौकी निवासी स्व.हरेंद्र नाथ बोरा और पद्मिनी बोरा के घर जन्मी समाजप्रीय महिला वीना बोरा की 72वर्ष की आयु में सोमवार को देहांत होने पर समस्त क्षेत्र में शोक की लहर छाने के साथ ही खबर प्राप्त होते ही चाहनेवालों और परिजन निवास स्थान में उपस्थित हो अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।

      रोहा बुनियादी सरकारी अभ्यासन विद्यालय से पार्थमिक शिक्षा ग्रहण कर रोहा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से साईंस विभाग से हायरसेकेंडरी उतीर्ण कर वर्ष 1971में कॉटन महाविद्यालय से ऑनार्स सहित बीएससी उतीर्ण कर रोहा बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में साईंस शिक्षयत्री के तौर पर कर्ममय जीवन की शुरूआत करने के साथ ही उक्त विद्यालय से ही प्रधानाध्यापीका के तौर पर सेवा प्रदान कर अवकाश लेने वाली वीना बोरा सरकार के निर्देश पर वर्ष 1975/76में उर्दु भाषा की शिक्षा लेने के लिए पटियाला पंजाबी महाविद्यालय में उर्दु की शिक्षा लेने गयी और वँहा पर ही विभिन्न भाषा,धर्म, शिक्षा और संस्कृति के साथ परिचय हुवा।अति मिलनसार,शांत स्वभाव की समाजप्रीय तथा दान धर्म कर खुश होने वाली वीना बोरा असम साहित्य सभा की आजीवन सभ्य सदस्या होने के साथ ही रोहा सुर्यवती शाखा साहित्य सभा की उपाध्यक्षा और रोहा लेखिका समारोह समिति की सदस्या के तौर पर सेवा प्रदान करती आ रही थी। साहित्य संसकृति का अध्ययन करने वाली वीना बोरा रोहा क्षेत्र के विभिन्न अनुष्ठान प्रतिष्ठानों के साथ जौडे रहकर सेवा प्रदान करने के साथ ही वीना बोरा ने "निर्जनतात निशब्दतार कथारकथा" नामक कविता पुस्तक प्रकाशित करने के साथ ही तिन पुस्तक अ प्रकाशित रह गयी।

आज रोहा सुर्यवती शाखा साहित्य सभा के सदस्याओं सहित विभिन्न दल संगठनों और स्थानीय जनता उपस्थित हो वीना बोरा को श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम विदाई दी।

समाजप्रीय,साहित्य, संस्कृति प्रेमी पुर्व प्रधानाध्यापिका वीना बोरा के देहांत पर रोहा सुर्यवती शाखा साहित्य सभा, रोहा लेखिका समारोह समिति, रोहा बालिका विद्यालय, रोहा आंचलिक आसु, अजायुछाप, कर्मचारी परिषद, रोहा पार्थमिक शिक्षक सन्मिलनी, रोहा पत्रकार संघ, तिवा छात्र संघ, शिशु अनुष्ठान अकनिर कविता घर, असम सहित विभिन्न दल संगठनों ने गहरा शोक प्रकट करते हुवे दिवंगत आत्माशांति की प्रार्थना करते हुवे शोकसंत्पत परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। स्व.वीना बोरा अपने पिछे पति सहित दो पुत्र और भरापुरा परिवार छोड गयी है।