वर्ष १९९४में बच्चों के सर्वांगीण विकास साधन के लिए स्थापित व्यक्तिक्रम धर्मी शिशु अनुष्ठान अकनिर कविता घर, असम केंद्रीय समिति (रोहा)की प्रकृति सुरक्षा समिति के प्रधान संचालक शिशुप्रीय, प्रकृतिप्रेमी अवनि कुमार सईकीया,प्रधान सचिव रंटु मुदै, प्रचार सचिव सोयल खेतान सहित एक प्रतिनिधि दल ने आज एकेजी द्वारा प्रकृतिराणी के तौर पर स्वीकृति प्राप्त रोहाचौकी बामुनियागांव के पैड में पाये गये विलुप्त होते जा रहे बरटुकला क्षेत्र का दौरा कर जायजा लेने के साथ ही संरक्षण और सुरक्षा का दायित्व लिया।
प्रकृतिप्रेमी अवनि कुमार सईकीया ने सरकार से भी विलुप्त प्राय बरटुकला संरक्षण और सुरक्षा का दायित्व लेने का अनुरोध करते हुवे कहा की वर्ष २०००में हमने एकेजी प्रकृति सुरक्षा समिति का गठन कर तैईस वर्षो से प्रकृति सुरक्षा के लिए पदक्षेप लेते आने के क्रम में असम सहित नगांव,मरिगांव जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पाये जाने वाले बरटुकला की संख्या गणना कर तथ्य संग्रह करने के साथ ही विलुप्त होते जा रहे बरटुकला का संरक्षण और सुरक्षा प्रदान करते आ रहे है।साथ ही प्रकृतिप्रेमी ने बताया की महादेवशाल में3,गढमुर में7सहित बारहपुजीया, पोरानीगोदाम में पाये गये बरटुकलाओं का संरक्षण हमने किया है।
रोहाचौकी बामुनियागांव में विलुप्त बरटोकला पाये जाने पर स्थानिय जनता ने खुशी जाहिर करते हुवे एकेजी के पदक्षेप की प्रशंसा की है।