Turkey Earthquake: तुर्की और सीरिया बॉर्डर पर आये भूकंप में मरने वालों का आकंड़ा धीरे-धीरे बढता जा रहा है. यह आकंड़ा अब 7800 को पार कर चुका है. जानकारी के मुताबिक सिर्फ तुर्की में ही यह आकंडा 5894 पहुंच गया हैं और यह अधिकारिक आंकड़े है वहीं सीरिया में मरने वालों की संख्या 1932 को पार कर गया है. भारत सरकार इस दुख की घड़ी में सामने आई है. भारत सरकार ने अपातकाल की स्थिति में वायुसेना को राहत कार्य और बचाव के लिए रवाना कर दिया है. वहीं तुर्की में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है.
तुर्की में आपातकाल
तुर्की और सीरिया के बॉर्डर पर सोमवार को 7.8 की तेज तीव्रता वाला भुकंप आया था. जिसके बाद ही मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढता जा रहा है. वहीं तुर्की के राष्ट्रपति ने लगातार मरने वालों का आंकड़ा बढ़ते देख देश में अगले तीन महीनों के लिए आपातकाल लागू कर दिया है. यह इमरजेंसी देश के 10 राज्यों में लागू होगा. राष्ट्रपति ने जानकारी देते हुए कहा कि देश के दक्षिणी राज्यों में यह आपातकाल लागू होगा. यह कदम राहत और बचाव काम में तेजी लाने के लिए किया जा रहा है. देश में यह आपातकाल 14 मई को होनेवाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले खत्म होगा. तुर्की के लोग इस चुनाव में यह निर्णय लेंगे की 20 साल से चल रही एरदोगान की सरकार को मौका दिया जाये या नहीं. तुर्की में अंतिम बार 2016 में आपातकाल लागू हुआ था. जब एरदोगान फिर से राष्ट्रपति चुनाव जीतकर आये थे और उस समय तख्ता पलट करने की कोशिश की गई थी.
वहीं इस भूकंप में मरने वाले आंकड़ो के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह आंकड़े 20 हजार को पार कर सकता है. डब्लूएचओ ने कहा कि जिस तरह की रिपोर्ट आ रही है और भुकंप की तीव्रता थी के बाद यह आंकड़ा 20 हजार को पार कर सकता है. डब्लूएचओ ने राहत और बचाव के लिए अपनी मेडिकल टीम भेज दी है. वहीं इस आपदा में 70 से अधिक देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. भारत सरकार ने राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम भेज चुका है. बीते रात को भारत नें सीरिया की मदद के लिए 6 टन दवाईयों के साथ हरक्यूलिस विमान को रवाना कर दिया है.