डिजिटल मीडिया से अफवाहों का फैलाव समस्या और प्रतिबंधात्मक उपाय विषय पर आयोजित सत्र में विभिन्न वरिष्ठ पत्रकारों ने अपनी राय रखी।

अरविंद थोरी ने कहा किपत्रकारिता में सबसे महत्वपूर्ण सूत्र होते हैं वही व्हाट्सएप फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया जैसे ग्रुप के जरिए फेक न्यूज़ का खिलाफ बड़े पैमाने पर होता है ऐसी खबरें समाज में संत पलों में खेलने से इसे रोका जाना जरूरी है इस तथ्य को उजागर करना महत्वपूर्ण है कि प्रशासनिक तंत्र का एक हिस्सा अफवाह फैलाने में शामिल है यह अफवाह खोकला गुरु पैदा करती है जो खतरनाक है क्योंकि इसे अफवाह फैलाने वालों को एक एजेंडा सेट करने और बढ़ावा देने में मदद मिलती है।