बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. धीरेंद्र शास्त्री के 'दिव्य दरबार' में कथित चमत्कारों को लेकर जमकर आरोप प्रत्यारोप चल रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री पर आस्था के बहाने जादू-टोना और अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लग रहे हैं. उधर आचार्य धीरेंद्र इसे उनके खिलाफ साजिश बता रहे हैं. एक तरफ जहां शास्त्री को लेकर विवाद हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ रामचरितमानस को लेकर भी हंगामा खड़ा किया जा रहा है. हाल ही में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसे शूद्रों का अपमान करने वाला ग्रंथ बताते हुए रामचरितमान से कई चौपाइयों को हटाने की मांग कर डाली थी. अब इस पूरे विवाद पर धीरेंद्र शास्त्री के गुरु रामभद्राचार्य ने बयान दिया है.
रामभद्राचार्य जन्म से नेत्रहीन हैं, लेकिन साथ ही वह रामचरितमानस के जानकार भी हैं. नेत्रहीन होने के बावजूद उन्हें मानस समेत कई ग्रंथ कंठस्थ हैं. एक हिंदी न्यूज चैनल से बात करते हुए रामभद्राचार्य ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है. मौर्य के बारे में बोलते हुए रामभद्राचार्य ने कहा कि वह सठिया गए हैं. विनाशकाले विपरीत बुद्धि.
रामभद्राचार्य को धीरेंद्र शास्त्री उन्हें अपना गुरु मानते हैं. रामभद्राचार्य भी सार्वजनिक मंचों से धीरेंद्र शास्त्री को अपना शिष्य बताते हुए उनका बखान कर चुके हैं. धीरेंद्र शास्त्री कई बार मंचों से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर चुके हैं. अभी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के बारे में बोलते हुए शास्त्री ने कहा था कि "नेताजी ने नारा दिया था तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा. आज मैं एक नारा दे रहा हूं, तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा.'
हिंदू राष्ट्र को लेकर धीरेंद्र शास्त्री के बयानों पर रामभद्राचार्य ने उनका समर्थन किया और कहा हमें हिंदू राष्ट्र के लिए समर्थन करना चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, मेरा शिष्य बहुत योग्य लड़का है. अच्छा काम कर रहा है. चरित्रवान है. उसकी लोकप्रियता को लोग पचा नहीं पा रहे हैं.
सुरक्षा की मांग
अंधविश्वास फैलाने के आरोप पर रामभद्राचार्य ने कहा ये अंधविश्वास नहीं है. अन्य धर्मों के लोग कितना-कितना अंधविश्वास करते हैं तो कोई कुछ नहीं कहता. धीरेंद्र शास्त्री को मिल रही धमकियों को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को सुरक्षा देनी चाहिए.