गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के प्रदर्शन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने आज जानबूझकर काले कपड़े पहनकर विरोध किया.पार्टी संकेत देना चाहती है कि वो इस खास मौके का विरोध करते हैं. गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. 5 अगस्त को जिस राम मंदिर का शिलान्यास हुआ है, उसी दिन पिछले 2 साल से कांग्रेस प्रोटेस्ट कर रही है. काले कपड़े पहनकर प्रोटेस्ट करने का क्या मतलब है.
आज ही क्यों पहने काले कपड़े?
गृह मंत्री ने कहा कि आज तो कोई ईडी से पूछताछ नहीं हुई, तो काले कपड़ों में कांग्रेस ने क्यों विरोध किया? कांग्रेस को जिम्मेदार दल के नाते कानून का सहयोग करना चाहिए. तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है कांग्रेस.
'कानून का करें सम्मान'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को जिम्मेदार होना चाहिए और कानून का सम्मान करना चाहिए. शिकायत के आधार पर मामला चल रहा है. जहां तक ईडी का सवाल है, देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति का सभी को सम्मान करना चाहिए.
सीएम योगी ने भी कांग्रेस को घेरा
साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि अब तक कांग्रेस सामान्य पोशाक में विरोध प्रदर्शन कर रही थी लेकिन आज उन्होंने काले कपड़े पहनकर विरोध किया. यह सभी राम भक्तों का अपमान है. उन्होंने इस दिन को इसलिए चुना क्योंकि आज अयोध्या दिवस है जो राम जन्मभूमि के निर्माण की शुरुआत का प्रतीक है.
कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
आपको बता दें कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस ने आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया. दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता जमा हुए. राहुल गांधी ने प्रेसवार्ता कर भाजपा सरकार पर हमला बोला. साथ ही सोनिया गांधी ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. राहुल गांधी ने संसद से बाहर कांग्रेस नेताओं के साथ प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति भवन जाते समय उन्हें हिरासत में ले लिया गया. हालांकि शाम होते-होते पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया.