बक्सर में किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ नारेबाजी की। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी गाड़ी पर किसी ने पत्थर भी फेंक दिया। पत्थर किसी को लगा नहीं। एक दिन पहले भी किसानों ने पुलिस पर हमला करके 16 गाड़ियों में आग लगा दी थी।

केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे थर्मल पावर प्लांट पर आगजनी के बाद किसानों से बातचीत करने बनारपुर गांव पहुंचे थे। उन्होंने करीब 10 मिनट तक किसानों को संबोधित किया। इसी बीच किसान उग्र हो गए।

किसानों ने कहा कि हम आपका भाषण सुनने नहीं आए हैं। आप इतने दिनों से कहां थे। प्रशासन हमारे ऊपर अत्याचार कर रहा था, तब आप कहां थे? ऐसा कहते हुए लोगों ने केंद्रीय मंत्री की हूटिंग शुरू कर दी। इससे गुस्सा होकर केंद्रीय मंत्री मंच से उतर गए। सुरक्षाकर्मी उन्हें सुरक्षित गाड़ी तक ले गए।

पावर प्लांट में तोड़फोड़-आगजनी के बाद राजनीति

बक्सर में चौसा के थर्मल पावर प्लांट में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। पक्ष-विपक्ष से जुड़े लोग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। बक्सर के बनारपुर खेल मैदान में पीड़ित किसानों के साथ बक्सर सांसद, केंद्र और राज्य के मंत्रियों का जमावड़ा लगा है। बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने बनारपुर में मौजूद करीब एक हजार किसानों को संबोधित किया है।