प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके विचार और आदर्श देशवासियों का हमेशा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर सादर नमन. उनका जीवन राष्ट्रभक्ति, आध्यात्मिकता और कर्मठता के लिए सदैव प्रेरित करता है. उनके महान विचार और आदर्श देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।"
स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है. प्रधानमंत्री मोदी आज शाम लगभग चार बजे कर्नाटक के हुब्बल्ली में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उदघाटन करेंगे। इस वर्ष महोत्सव का विषय विकसित युवा-विकसित भारत है. ये कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित किया जाता है जो स्वामी विवेकानंद की जंयती पर उनके विचारों, शिक्षा और योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है.
एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना
राष्ट्र के प्रतिभावान युवाओं को सशक्त और राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करना महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य है. इसके तहत एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना के अनुरूप देश की विविधतापूर्ण संस्कृति को एक मंच पर लाया जाता है. स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता में हुआ था.
युवाओं को सशक्त बनाने का था उद्देश्य
स्वामी विवेकानंद का मानना था कि हर युवा राष्ट्र के निर्माण के लिए योगदान दे सकता है. उनका कहना था कि युवाओं के सामर्थ्य का सही जगह और सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए . वे युवाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा पर विशेष जोर देते थे. उन्होंने हमेशा से युवाओं से यह अपील की कि उन्हें अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर कड़ा प्रयास करना चाहिए ताकि वे अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाए. विवेकांनद हमेशा कहते थे कि उनका विश्वास युवा पीढ़ी, आधुनिक पीढ़ी में है.वे सिंह की भांति सभी समस्याओं से लड़ सकते हैं.