भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में करणी सेना का आंदोलन आज दूसरे दिन भी जारी है. दावा है किया जा रहा है कि पहले दिन रविवार दोपहर ढाई लाख लोग जुटे और अब उन्हें ब्राह्मण और ओबीसी का मिला समर्थन का भी सर्मथन मिलने लगा है. पहले दिन का आंदोलन खत्म होते करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर समेत 5 कार्यकर्ता भूख हड़ाताल पर बैठे गए हैं. उन्होंने कहा कि मांगे नहीं मानने तक आंदोलन जारी रहेगा.

भोपाल में पहले दिन का आंदोलन खत्म होना ही था कि देर शाम करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर, गुजरात के करणी सेना अध्यक्ष राज शेखावत और शैलेंद्र सिंह झाला समेत 5 नेता अनसन पर बैठ गए. उन्होंने सभी वर्गों को अपने साथ जुड़ने के लिए बुलाया और दावा किया कि अब उन्हें ब्राह्मण और ओबीसी समाज की भी समर्थन मिल रहा हैअनशन पर बैठ जीवन सिंह ने कहा जब तक मांगे नही मानी जाएंगी अनशन जारी रहेगा. अगर सरकार जिद पर अड़ी रही तो बड़ा प्रदर्शन होगा. अभी लोगों को वापस भेजा गया है वो अगले आंदोलन के लिए तैयार हो रहे हैं. हमारे साथ सभी वर्ग जुड़ रहे हैं. अभी तक हमें सरकार की ओर से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. मंत्रियों की कमेटी बनाने की बात कही गई थी. लेकिन अभी कर कुछ ऐसा हुआ नहीं.

दावा किया जा रहा है कि करणी सेना के आंदोलन को अब ब्राह्मण और ओबीसी का समर्थन मिलने लगा है. जंबूरी मैदान की प्रदर्शन में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज समेत अन्य ओबीसी की कुछ जातियां भी शामिल हुई हैं. इससे करणी सेना का मनोबल बढ़ा है और वो मांगे पूरी होने तक आंदोलन की बात कर रहे हैं.

इन 21 सूत्रीय मांगों पर अड़ी 

- आरक्षण को आर्थिक आधार पर कर एक बार ही लाभ दिया जाए

- एससी एसटी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगे

- एससी एसटी की तर्ज पर सामान्य पिछड़ा एक्ट बने और कानूनी सहायता मिले

- EWS आरक्षण में भूमि और मकान की बाध्यता खत्म कर 800000 वार्षिक आय कोई आधार माना जाए

- सभी भर्तियों में ईडब्ल्यूएस के छात्रों को उम्र सीमा में छूट दी जाए

- हर साल नियमित भर्ती का कानून बनाया जाए

- व्यापम के 100000 पदों में भर्ती नहीं होने परबेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए

- किसानों के लिए स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू हों

- खाद्यान्न को जीएसटी से मुक्त कर बढ़ती

- महंगाई पर लगाम लगाई जाए

- क्षत्रिय महापुरुष के इतिहास में छेड़छाड़ को तुरंत रोका जाए

- इतिहास के संरक्षण की समिति बने

- पद्मावत फिल्म के विरोध और किसान आंदोलन में दर्ज किए गए प्रकरण वापस हों

- गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिया जाए

- गोमूत्र और गोबर को सरकारी स्तर पर खरीदने की व्यवस्था हो

- मध्य प्रदेश की भर्तियों में यहां के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए

- सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली को सुधारा जाए

- प्राइवेट स्कूलों में मिशनरी स्कूल की तानाशाही समाप्त कर फीस नियंत्रण के लिए कमेटी बने