मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने विधायकों को चुनावी मोड में लाने की तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शीतकालीन सत्र के बाद गुरुवार को विधायक दल की बैठक बुलाई और विधायकों से वन टू वन बातचीत की। सीएम ने जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के विधायकों से मुलाकात की। इसमें विधायकों को सर्वे रिपोर्ट के आधार उनकी कमजोरी बताते हुए उसे अपनी मजबूती में बदलने की सलाह भी दी।
मुख्यमंत्री ने विधायकों से आने वाले कुछ महीने में अपने कमजोर पक्ष को मजबूत पक्ष में बदलने को कहा है। इसके बावजूद स्थिति नहीं सुधरने पर विधायकों के टिकट काटे जाएंगे। सीएम ने अपनी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर विधायकों को बताया कि उनके एरिया में कहां पर पार्टी कमजोर है और उसका क्या कारण है। सीएम ने उन एरिया में ज्यादा फोकस करने को कहा है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के 40 से ज्यादा विधायकों की स्थिति ठीक नहीं है। आने वाले समय में इनकी स्थिति नहीं सुधरी तो टिकट कटना तय माना जा रहा है।
सीएम ने कांग्रेस की कमजोरी को अपनी मजबूती बनाने और उनकी गुटबाजी का लाभ मिलने वाली सीटों के बारे में भी बताया। सीएम ने जातिगत सीमकरण साधने के लिए समाज को जोड़ने के बारे में भी विधायकों को कहा है। क्षेत्र के पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बना कर काम करने और नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने को भी कहा। ताकि चुनाव में किसी प्रकार के नुकसान से बचा जा सके।
सीएम ने इससे पहले फरवरी में जनप्रतनिधियों को विकास यात्रा निकालने को कहा है। इसमें क्षेत्र में जनता की मांग और सुविधाएं बढ़ाने के लिए शिलान्यास और लोकार्पण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें पार्टी विधायकों की गतिविधियों को भी देखेंगी। वहीं, शुक्रवार शाम को बीजेपी कार्यालय में मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई गई है।