पशु चिकित्सा महाविद्यालय,खानापाडा के अंतर्गत भारत सरकार के जैवप्रयुक्ति साईंस विभाग के आर्थिक सहायता में स्थापित उन्नत स्तरीय जैवप्रयुक्ति केंद्र के तत्वावधान में नगांव और रोहा में 19और 20दिसंबर को नगांव कृषि साईंस केंद्र के सहयोग में "साईंस स्तरीय सुअर पालन और पशुधन जैव सुरक्षा विषयक संप्रसारण कार्यशाला अनुष्टितहुई।कार्यशाला में जिले के 6गांवों के 30कृषकों ने हिस्सा लिया। नगांव और रोहा के दो स्थानों में अनुष्टित दो दिवसीय कार्यशाला के तहत प्रथम नगांव कार्यशाला नगांव कृषि साईंस केंद्र में और द्वितीय कार्यशाला रोहा उप बाजार में अनुष्टिहुई।प्रथम दिवसीय कार्यशाला उद्घाटन समारोह में कृषि साईंस केंद्र के मुरब्बी डां निरंजन डेका ने स्वागत भाषन दे कृषकों की कमाई दुगनी के लिए सुअर पालन की भुमिका पर प्रकाशडाला।साथ ही पशु विसंगती और प्रजनन विभाग के मुरब्बी डां धिरेश्वर कलिता ने कृषक समाज के उतरन में पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अवदान पर प्रकाश डाला। साथ ही पशु जैव प्रयुक्ति विभाग के मुरब्बी डां प्रबोध बोरा ने जैवशुरक्षा के विभिन्न उपाय समुह अवलम्बन कर संक्रामक रोग समुह दुरिकरन के लिए कृषक को आह्वानकिया।कृषि साईंस केंद्र,नगांव के पशु साईंस के विशेषग्य डां अनिमेष डेका के संचालन में अनुष्टित कार्यशाला में नगांव कृषि साईंस केंद्र के अर्थनीति विषेशग्य डां सिंकी वर्मन ने धन्यवाद सूचक वक्तव्य रखा। दो दिवसीय कार्यशाला में समल व्यक्ति के तौर पर डां धिरेश्वर कलिता,डां पंकज डेका,डां दीपक डेका,डां अनिमेष डेका और डां उत्पल तालुकदार उपस्थित रह सुअर पालन के साथ जौडे विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारीदी।कार्यशाला में सुअर पालकों सहित कृषि साईंस केंद्र के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।