बाड़मेर| केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को संसद परिसर में सांसदों के लिए विशेष मिलेट्स लंच आयोजित कर देश- दुनिया में मिलेट्स को बढ़ावा देने की बड़ी पहल की गई। इस दौरान लंच के मैन्यू में बाड़मेर के खाने का स्वाद था। खाने में मोटे अनाज बाजरे की रोटी, बाजरे की खिचड़ी, बाजरे की राबड़ी, बाजरे का केक, हल्दी की सब्जी, केर-सांगरी, काचरी व ग्वारफली की सब्जी, गुड़ और गाय का देशी घी, रागी की रोटी, रागी का डोसा, लाल मिर्च की चटनी, ज्वार की रोटी, मिक्स दाल ड्राय, बैंगन का भुर्ता, मूंगफली की दही- खोपरे वाली चटनी, रागी का हलवा, रागी बाउल, मिक्स सलाद, दही चावल, गाजर का हलवा, सामान्य चावल, ज्वार के पापड़, कढ़ी, बाजरे का कटलेट शामिल था। मारवाड़ी व्यंजनों के इस लंच में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सभी सांसद समेत करीब 700-800 लोग शामिल हुए। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को जिम्मेदारी दी थी। इस लंच में बाजरे की रोटियां, काचर व ग्वारफली की सब्जी बनाने के लिए बाड़मेर से महिलाएं पहुंची थी। मिट्टी के तवे और मिट्टी की परात में राजस्थानी वेशभूषा में सजी महिलाओं ने खाने को तैयार किया। संसद में खाने के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बाड़मेर से हलवाइयों को बुलाया था। चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी चाहते हैं कि हमारे प्राचीन पोषक अनाज को भोजन की थाली में पुन: सम्मानजनक स्थान मिले। यह पहल दीर्घकाल में मिलेट्स की खेती करने वाले किसानों को लाभकारी प्रतिफल सुनिश्चित करेगी।

संसद में लंच की थाली में बाड़मेर के खाने का मैन्यू संसद की थाली में बाजरे की रोटी, बाजरे की खिचड़ी, बाजरे का सूप (राबड़ी), बाजरे का केक, हल्दी की सब्जी, केर-सांगरी, काचरी मिक्स ग्वारफली की सब्जी, गुड़ और देशी घी, मिक्स दाल ड्राय, बैंगन का भुर्ता, मूंगफली की दही- खोपरे वाली चटनी, मिक्स सलाद, दही, चावल, गाजर का हलवा, सामान्य चावल, ज्वार के पापड़, कढ़ी, बाजरे का कटलेट का मैन्यू था।