डिंडोरी जिला के अमरपुर जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बहेरा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत सीटीआर तालाब गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण निर्माण कार्य चुटचुहि लूटगांव मैं पंचायत के जिम्मेदार प्रभारी सचिव के द्वारा जनपद के उपयंत्री संग मिलीभगत करते हुए जीर्णोद्धार के नाम पर 659000 स्वीकृत कराए गए हैं लेकिन पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा तालाब गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण के नाम पर महज औपचारिकता निभाई गई हैं वहीं जब इस मामले पर पंचायत के प्रभारी सचिव मोहन सिंह से जानकारी मांगी गई तो वह गोलमोल जवाब देते नजर आया आखिर तालाब गहरीकरण और सुंदरीकरण के नाम पर कितनी शासकीय राशि का उपयोग किया गया है इसकी जानकारी देने से पंचायत प्रभारी सचिव क्यों बच रहे हैं कहना गलत नहीं होगा कि जनपद के जिम्मेदार उपयंत्री से मिलीभगत कर मूल्यांकन में हेरफेर कर शासकीय राशि का दुरुपयोग जिम्मेदारों के द्वारा किया गया है ग्राम पंचायत बहेरा में ऐसे अनेकों कार्य हैं जिनका जीर्णोद्धार के नाम पर शासकीय राशि पंचायत के नुमाइंदों द्वारा स्वीकृत कराई जा चुकी है लेकिन देखा जा रहा है कि मरम्मत कार्य महज खानापूर्ति तक जिम्मेदार सीमित कर चुके हैं मरम्मत कार्य के नाम पर अभी तक स्वीकृत राशि का भारी हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया है जिसकी जांच जनपद के अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए जिससे तालाब मरम्मत सुंदरीकरण अन्य कार्य में की गई लीपापोती का खुलासा हो सके ग्राम वासियों की माने तो तालाब गहरीकरण सुंदरीकरण में पंचायत के द्वारा औपचारिकता निभाई गई है साथ ही पंचायत ने तालाब किनारे घाट निर्माण कराया है जिसमें बोल्डर के अलावा कुछ भी नहीं है ग्राम वासियों के लिए बनाया गया तालाब किनारे घाट अनुपयोगी साबित हो रहा है