राजीकावास का युवक जीवन में संघर्ष कर पहुंचा सात समुद्र पार,परिजन अभी भी करते है लोहा कूटने व मिस्त्री का काम,58 लाख का मिलेगा सालाना वेतन संघर्षशील समाजसेवी पिता का अधूरा ख्वाब किया पूरा..

आई टी सेक्टर की विश्व की प्रसिद्ध कंपनी में राजीकावास के लोहार ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में संभाला कार्यभार.. 

 सिडनी ऑस्ट्रेलिया...

जालोर जिले के राजीकावास निवासी जुगलकिशोर लोहार, ने विश्व की प्रसिद्ध शीर्ष पांच कम्पनियों में से एक लार्सन एंड टूर्बो इंफोटेक लिमिटेड में साफ्टवेयर डेवलपर के पद पर दिनांक 30 नवंबर 22 को आस्ट्रेलिया में अपना कार्यभार संभाला।

वर्ष 2020 में कनाडा की तुलिप टेक्नोलॉजी जो कि एक मल्टीनेशनल कंपनी है उसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर डेवलपर पद पर श्री लोहार का चयन हुआ था लेकिन कॉविड-19 कोरोना महामारी की वजह से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वीजा नहीं मिलने से जाना संभव नहीं हो सका हालांकि श्री जुगलकिशोर इसके पहले भी विश्व प्रसिद्ध मल्टीनेशनल कंपनियों 1. O Clock Software Pvt Ltd, व 2. Grobo Soft Tecnology में सफलता पूर्वक कार्य कर चुके थे।अभी तक वे टाटा बिजनेस हब की TCS compny में सॉफ्टवेयर इंजिनियर पद पर कार्यरत थे।

किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प दोनों की आवश्यकता होती है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिये श्री लोहार के पास ये दोनों गुण जन्मजात मौजूद थे।उन्होंने उपरोक्त कंपनी में जॉब के साथ विश्व की प्रसिद्ध कंपनीयों में चयन के लिए इंटरव्यू देने की कोशिशे जारी रखी। 

सफलता उनके क़दम चूमना चाहती थी विप्रो, इंफोसिस जेसी कंपनियों में दो दो बार ऑफर पत्र आने के बावजूद उन्हें ठुकरा कर यह साबित कर दिया कि लार्सन एवं टुब्रो के अलावा मंजूर नही।

जहां चाह वहां राह,अपेक्षानुसार दिनांक 30 सितंबर को लार्सन एंड टूर्बो इंफोटेक लिमिटेड में साफ्टवेयर इंजीनियर डेवलपर के पद का चयन पत्र मिला । तदनुसार दिनांक 26 नवंबर 2022 को विदेश की धरती आस्ट्रेलिया के लिए प्रस्थान कर दिनांक 30 सितम्बर को LTI कंपनी के द्वारा ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में West Pac Banking compny में अपना कार्यभार संभाला।

 इस कंपनी में 46000 का स्टाफ काम करता है तथा यह विश्व की पांचवीं शीर्ष कम्पनी है।

 जुगल किशोर के पिताजी कलुरामजी जो बचपन में पढ़ाई में टेलेंट थे पढ़ाई के साथ लोहारी का काम खेती का काम करते थे उन्होंने 1982 में मीट्रिक स्कूल का अध्यन कर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने से अहमदाबाद में अपने रोजगार के लिए आए थे। पिताजी के अध्यापक, पुलिस कांस्टेबल,दिल्ली सिपाही, पुलिस एलडीसी,रेलवे टी टी, व सरकार के अन्य विभाग की नौकरी आने के बावजूद निजी महाजन कपड़े के व्यवसायियों व मील मालिको के वहा नौकरी करने का इनके दादाजी की पसंदगी रही। इनके पिताजी कलुरामजी ने 25 साल तक कपड़ा मील के सेल्समैन के साथ साथ कपड़ा आढत की पेढ़िओ पर हिसाबनीस का काम किया।

उसके बाद उन्होंने स्टेनलेस स्टील रोलिंग मिल के प्लांट में मैनेजर (प्रबंधक) व हिसाबनीस प्रबंधक के रूप में गुजरात मेटल इंडस्ट्रीज,महेंद्र इस्पात इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, महेंद्र एलॉयज, कम्पनीओ में कार्य किया।

जुगल किशोर ने अपने पढ़ाई के साथ साथ अपने पिताजी के साथ कंप्यूटर अकाउंट का काम कंपनियों में कर पिताजी के साथ दिया। व स्टेट बैंक आफ इंडिया जैसी बैंक में जॉब भी किए।

      जुगल किशोर के अग्रज भाई नवलकिशोर जो अपनी सेकेंडरी स्कूल की शिक्षा अध्ययन कर मोबाइल हार्डवेयर इंस्टीट्यूट संस्थान में कोचिंग कर 2008 में चेन्नई रोजगार के लिए गए वहां जाकर दो साल मोबाइल की निजी कंपनी में मोबाइल रिपेयरिंग जॉब किया उसके बाद उन्होंने अपना खुद का न्यू बाबा रामदेव मोबाइल के नाम की फर्म खोलकर अपना खुद का मोबाइल रिपेयरिंग का काम शुरू किया। 

जुगल किशोर भी अपना बीसीए ग्रेजुएशन कर चेन्नई आगे की Msc.It की डिग्री करने के अपने भाई के पास गए। लेकिन वहां जाकर एक कोचिंग सेंटर में कोचिंग के लिए गए वही अखबार में आई. टी. कंपनी o clock software Pvt Ltd का इंटरव्यू का विज्ञप्ति देखकर कंपनी में इंटरव्यू दिया और इनका सिलेक्शन हो गया फिर कंपनी ज्वाइन की। कंपनी के साथ साथ आपने अपने बड़े भाई के दुकान पर मोबाइल में सोफ्टवेयर डालने का काम शुरू कर बड़े भाई के काम में सहयोग कर अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने का काम किया।

       जुगल किशोर के दादा केसाजी जो पुश्तैनी लोहारी काम व खेती का काम करते थे गाम मे सेठों वहा लेन देन का काम संभालते थे। इनके चाचा घोकराम जो निरक्षर हमारे पूर्वजों का पुश्तैनी लोहारी का काम करते है आस पास मौजूद किसानों के खेती के औजार बनाते है गाम मे परिवार का फार्म हाउस पर कुआ भी है जो चाचा मदनलाल खेती व कैटर्स का काम करते है। ताऊ के बेटे पारसमल लोहारी फेब्रिकेशन का कारखाना चलाते है ।

   श्री जुगल किशोर का जन्म एक प्रसिद्ध समाजसेवी कालूराम लोहार निवासी राजीकावास ,जिला जालौर,राजस्थान के यहाँ हुआ,वर्तमान में आप अहमदाबाद गुजरात में निवासरत है।

श्री जुगलकिशोर ने न केवल अपना, अपने माता-पिता, परिवार, गांव,जालौर अपितु सम्पूर्ण राजस्थान और गुजरात का नाम रोशन किया है।

ऐसी गौरवशाली प्रतिभा पर हमे सबको गर्व है।

      जुगलकिशोर के पिताजी का 1987 में गल्फ देश के मस्कत की कंपनी में हिसाबनिस की जॉब का पुना में जाकर इंटरव्यू देकर चयन हुआ लेकिन परिवार की आर्थिक प्रस्थिति कमजोर होने की वजह से वीजा के रकम की व्यवस्था नहीं होने की वजह से भाग्य साथ नहीं दिया l लेकिन पिताजी का सपना पुत्र जुगल ने पूर्ण किया।

      जुगलकिशोर के पिताजी कालूराम लोहार जो समाजसेवी,

पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भाजपा कारीगर प्रकोष्ठ नई दिल्ली, अखिल भारतीय मारू लोहार समाज धर्मशाला सुंधा पर्वत के अध्यक्ष व संस्थापक व अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व गुजरात प्रदेश के प्रभारी है। वो आज साल से समाज सेवा का काम करते हैं।