बेटी को दहेज में मोटरसाइकिल और कार देने वाले बहुत से किस्से आपने सुने होंगे, लेकिन //यूपी के हमीरपुर में पूर्व सैन्यकर्मी ने बेटी को दहेज में बुलडोजर दिया है। उनका कहना है, ‘कार देते तो खड़ी ही रहती, लेकिन बुलडोजर से कमाई होगी। बेटी को भी दामाद से पैसे नहीं मांगने पड़ेंगे। दो-तीन लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा।’ बुलडोजर की कीमत करीब 30 लाख रुपए है।

वायु सेना में है दूल्हा

मामला सुमेरपुर थाना क्षेत्र के देव गांव का है। यहां रहने वाले विकास ऊर्फ योगेंद्र एयरफोर्स में है। उनके पिता स्वामीदीन चक्रवर्ती ने योगेंद्र की शादी पास के ही पूर्व सैन्यकर्मी परसराम प्रजापति की बेटी नेहा से तय की थी। नेहा सिविल सेवा की तैयारी कर रही हैं।

हमीरपुर में दूल्हे को गिफ्ट में मिला बुलडोजर।

हमीरपुर में दूल्हे को गिफ्ट में मिला बुलडोजर।

15 दिसंबर को थी शादी

15 दिसंबर को नेहा-योगेंद्र की शादी शिव लॉन गार्डन गेस्ट हाउस में धूमधाम से हुई। सुबह जब विदाई हुई तब दुल्हन के पिता ने दहेज में बुलडोजर देकर सभी को चौंका दिया। दूल्हे के पिता स्वामीदीन ने बताया, ‘हमें बहू के पिता ने बुलडोजर देने की बात बताई थी। हम भी उनकी बात से सहमत हो गए। गिफ्ट में बुलडोजर देखकर बाराती भी हैरान रह गए। कई लोग तो उसके साथ सेल्फी लेने लगे।

योगेंद्र और नेहा की शादी 15 दिसंबर को थी।

दुल्हन नेहा ने बताया कि बुलडोजर देने के पीछे पापा का तर्क है कि अगर दहेज में कार दी जाती तो वह खड़ी ही रहती। बुलडोजर आमदनी का जरिया बनेगा। मैं सिविल सर्विस तैयारी कर रही हूं। मुझे भी पति से पैसे नहीं मांगने पडे़ंगे।

नेहा कहती हैं कि पापा ने बुलडोजर भविष्य देखकर दिया है।

नेहा कहती हैं कि पापा ने बुलडोजर भविष्य देखकर दिया है।

दूल्हे योगेंद्र का कहना है, ‘ससुर फौजी रहे हैं। घर पर फौजी कितने दिन रुक पाता है। इसका उन्हें पूरा अहसास है। इसलिए उन्होंने कार की बजाए बुलडोजर देना सही समझा। उनका कहना है कि इससे दो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मैं कार लेता तो चलाने का समय भी कहां रहता।’