पुणे: अक्सर सरकारी विभागों में अनियमितता होती है। लोगों का पैसा बर्बाद होता है, लेकिन इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। ऐसे ही अब स्मार्ट पुणे में मेट्रो रेल विभाग द्वारा सीधे डीपी रोड को गायब कर दिया गया है और इसका पता न तो कमिश्नर, न ही निर्माण विभाग, न संपत्ति प्रबंधन विभाग, न स्थानीय भाजपा के नगरसेवक और न ही विधायकों को है। इसका खुलासा आज आम आदमी पार्टी ने की है।

आप के शंकर थोरात ने इस मामले का फोलोअप लिया और सभी बातों का खुलासा किया। इस संबंध में जून से मनपा, मेट्रो व कृषि महाविद्यालय से पत्राचार किया जा चुका है। (निर्माण विभाग ने इसके लिए मेट्रो से स्पष्टीकरण मांगा है। संपत्ति विभाग ने लिखित में सूचित किया है कि इस जगह का अधिग्रहण नहीं किया गया है) शिवाजीनगर वाकडेवाडी स्थित साखर संकुल के पास यह सड़क नियोजित है। यह सड़क रेलवे लाइन के समानांतर वाकडेवाड़ी से खड़की तक और वहां से सिंचाई विभाग की ओर प्रस्तावित है। इस सड़क के कारण मेट्रो यात्री, रेल यात्री और स्थानीय यातायात पुराने राजमार्ग का उपयोग करने के बजाय इस समानांतर सड़क से गुजरेंगे। लेकिन अब मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इस सड़क पर सीधा अतिक्रमण कर यहां ट्रैक बिछाकर इस जगह पर कब्जा कर लिया है। इस सड़क के कारण रेलवे और मेट्रो के लिए सर्विस रोड के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाना था। अब जब यह सड़क बंद हो गया है तो भविष्य में इससे यातायात प्रभावित होगा और दुविधा की स्थिति पैदा होगी।

इस संबंध में शंकर थोरात ने शिकायत दी है और मेट्रो रेल के कार्यकारी निदेशक गाडगिल को पहले ही पूरी जानकारी दे दी है। आप के शंकर थोरात, शिवाजीनगर के अध्यक्ष सतीश यादव और आप जिलाध्यक्ष मुकुंद किर्दत ने आयुक्त विक्रम कुमार से मुलाकात कर इस संबंध में तत्काल कदम उठाने का ज्ञापन दिया है। सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि जब संपत्ति विभाग को इस जगह पर कब्जा करने की आवश्यक्ता होने के बाद भी प्रशासन और मेट्रो अधिकारी गाडगिल, मेट्रो साइट डिपो इंचार्ज बृजेश भट्टाचार्य भी चुप रहे। लेकिन आम आदमी पार्टी जरूरत पड़ने पर सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करेगी।