*मुहिम:- सड़क पर रहने वाले बच्चों का व्यापक सर्वे*
*कलेक्टर महोदय के आदेश पर संयुक्त दल द्वारा किया जा रहा स्ट्रीट चिल्ड्रन सर्वे* सड़क पर रहने वाले बच्चों के पुनर्वास एवं सर्वांगीण विकास हेतु जिले में सर्वे दल का गठन कर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के धार्मिक, पर्यटन, ऐतिहासिक क्षेत्र, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सार्वजनिक स्थान एवं जोखिम भरे 20 क्षेत्रों को हॉस्पॉट के रूप में चिन्हांकित किया गया है। सर्वे का प्रमुख उद्देश्य कोई भी बच्चा सड़क पर भिक्षावृत्ति, शिक्षा से वंचित, बाल श्रम , बेसहारा या शोषित या परेशान पीड़ित ना रहे, एवं बाल विवाह मुक्त बनाना तथा योजना से वंचित बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्पॉन्सरशिप तथा बाल आशीर्वाद , पी एम केयर योजना से जोड़ना है। शहर में प्रवासी/घुमक्कड़ समुदाय के बच्चों को भी शासन की योजना से जोड़ने का भी कार्य किया जायेगा, कई परिवार दस्तावेज के अभाव में योजना का लाभ नहीं ले पाते उन्हें विशेष सहयोग प्रदान किया जाएगा। दो दिवसों में सर्वे दल द्वारा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन ग्राम चिंचाला एवं पाटोंडा का सर्वे किया गया है, योजनानुसार चयनित सभी क्षेत्रों में यह मुहिम 8 से 21 दिसंबर 2022 तक चलाई जायेगी।
गौरतलब है कि जिला बाल संरक्षण समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक में बाल संरक्षण के संबंध में चर्चा के दौरान कलेक्टर महोदया भव्या मित्तल द्वारा बाल संरक्षण क्षेत्र में कार्यरत महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल कल्याण समिति, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, चाइल्डलाइन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ममता यूनिसेफ समर्थित, जन साहस स्वयंसेवी संस्थाओं को स्ट्रीट चिल्ड्रन सर्वे हेतु निर्देशित किया निर्देशन परिपालन में बाल संरक्षण अधिकारी सुमन कुमार पिल्लई एवं बाल कल्याण समिति के नेतृत्व में निर्देशानुसार संयुक्त रूप से दल बनाकर बुरहानपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ग्राम पाटोंडा एवं चिंचाला के सभी व्यवसायिक दुकानदारों को बालश्रम नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई। टीम को सड़क पर रहने वाले बच्चे प्राप्त नहीं हुए परंतु 02 बाल श्रमिक एवं 03 भिक्षावृत्ति में लिप्त, एवं कोबिड 19, के दौरान माता या पिता की मृत्यु वाले बालक चिन्हांकित किए जिन्हे टीम द्वारा शिक्षा का महत्व समझाया और बालश्रम तथा भिक्षावृत्ति नहीं करने की समझाइश दी। नगर पालिका अध्यक्ष अनीता अमर सिंह यादव से मुलाकात कर इस मुहिम में सहयोग करने की अपील की गई, इस दौरान बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सलूजा, श्रीमति रजनी गट्टानी, परियोजना अधिकारी मंजूश्री ठाकुर, राजेश यादव, देव मोरे, पुरुषोत्तम वानखेड़े, शानू ग्यानी, पूजा परते, मीनाक्षी, असवार, युवराज कुलकर्णी, दुर्गा , दर्शन मोरे, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच एवं शिक्षक शामिल रहे।