हज़रत मिस्कीन शाह रहमतुल्ला अलेह का तीन दिवसीय सालाना उर्स दिनांक 11, 12 एवं 13 दिसंबर को।

गोरखपुर/ सिलसिला ई चिश्तिया और निज़ामिया के बुज़ुर्ग, कलंदर ए ज़मा, हजरत सख़ी मियां मोहम्मद नियाज़ बहादुर उर्फ हज़रत मिस्कीन शाह रहमतुल्ला अलेह का तीन दिवसीय सालाना उर्स दिनांक 11, 12 एवं 13 दिसंबर (रविवार सोमवार और मंगलवार) को नगर के मोहल्ला अंधियारीबाग, बेनीगंज स्थित खानकाहे मिस्कीनिया पर संपन्न होगा। ख़ानक़ाह के सदर फ़र्रुख़ जमाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि हज़रत मिस्कीन शाह का यह 83 वां उर्स है। तीन दिनों तक चलने वाले इस उसमें अजमेर शरीफ, कलियर शरीफ, कलकत्ता ,झारखंड, बिहार समेत इस पास के इलाक़ों से बड़ी संख्या में अक़ीदतमंद ( श्रद्धालु) भाग लेते हैं फर्रुख जमाल ने बताया कि इस उर्स में हर धर्म जाति और हर वर्ग के लोग सम्मिलित होते हैं।

 क़ानक़ाह के ख़ादिम (सेवादार) एवं सचिव फिरोज़ अहमद राइन ने बताया कि हज़रत मिस्कीन शाह सिलसिले चिश्तया और निज़ामिया के बुजुर्ग हैं। हज़रत के चाहने वाले देश-विदेश में फैले हुए हैं। 

खानकाह के प्रवक्ता शाकिर अली सलमानी ने पत्रकारों से बताया कि गोरखपुर सदा से ही हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है। गोरखपुर में बहुत सारे बुजुर्गों एवं वलियों ख़ानक़ाह है। उसी में एक प्रमुख बुजुर्ग हज़रत मिस्कीन शाह हैं ।