पांढुरना विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम चांगोबा पहलेपार के ग्रामीण  बरसों बरस से सर्पा नदी पर पुल बनाने की मांग कर कर के थक गए हैं|पर प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी|   इसलिए बारिश के दिनों में इस ग्राम के लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर नदी के बहाव को पार कर जान चांगोबा  पांढुर्णा आवागमन करते हैं गौरतलब है कि सर्पा नदी चांगोबा और पहलेपर के मुख्य मार्ग पर स्थित है|     बारिश के तीन_ चार माह में पहले पार के लोगों को लोगों को पांढुर्णा आवागमन काफी मुश्किल हो जाता है जरूरतमंद लोगों का भी पांढुरना आना जाना कठिन हो जाता है इसलिए कई दफा लोग स्वास्थ्य सेवा के अभाव में दम तोड़ देते हैं शालेय छात्र-छात्राओं का स्कूल आना जाना बंद हो जाता है और ग्राम के संबंध पांढुर्णा शहर से टूट जाते हैं  चिकित्सा के अभाव मौतें  बारिश के दिनों में सर्पा  में जब पानी अधिक होता है तो स्वास्थय  और भले चंगे लोग किसी ना किसी प्रकार  जुगत कर नदी पार कर लेते हैं परंतु ग्राम  चांगोबा में पहलेपार के  अधिकांश बीमार लोग को पांढुर्णा आने जाने का मौका नहीं मिल पाता है ऐसे बीमार जिनमें अधिकांश वृद्ध एवं बुजुर्ग लोग शामिल होते हैं इलाज के लिए नन्दनवाड़ी पांढुर्णा आ नहीं सकते और ग्राम में उन्हें पर्याप्त स्वस्थ सुविधाएं प्राप्त नहीं होती इसलिए दम तोड़ देते हैं सिर्फ सर पर नदी पर फूल नहीं होने के कारण ग्राम पहले पार के अनेक बीमार बारिश के दिनों में काल के  गाल में समा जाते हैं अनुमान लगाया जा सकता है कि बीते आजादी के बाद  प्रशासन द्वारा सर्पा नदी पर पुल नहीं बनाने के कारण बारिश के दिनों में कितने लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा|