दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने इतिहास रच दिया है। दूसरी बार एमसीडी के महाभारत में उतरी AAP ने बीजेपी की पिछले 15 सालों से चली आ रही सत्ता को उखाड़ फेंका है। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 250 वार्डों वाली एमसीडी में आम आदमी पार्टी कुल 137 सीटों पर या तो आगे है या फिर जीत चुकी है। वह 92 सीटें जीत चुकी है और 45 पर आगे है। बीजेपी महज 100 सीटों तक सिमटती दिख रही है।

दिल्ली की 'छोटी सरकार' कहे जाने वाले एमसीडी के रुझानों और नतीजों में आम आदमी पार्टी बहुमत के आंकड़े को पार पहुंच चुकी है। दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी का डेढ़ दशक से एमसीडी में चले आ रहे राज खत्म होता दिख रहा है। राज्य में मुख्य मुकाबला आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही था।

एमसीडी चुनाव में बीजेपी ने पसमांदा कार्ड खेलते हुए 4 पसमांदा मुस्लिमों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से तीन महिलाएं थीं। पसमांदा मुस्लिमों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक लिहाज से सबसे पिछड़ा माना जाता है। इनमें अंसारी, कुरैशी, मंसूरी, सिद्दीकी जैसी 41 जातियां आती हैं। एमसीडी चुनाव में बीजेपी का कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार जीतता नजर नहीं आ रहा। आइए देखते हैं उन सीटों पर काउंटिंग का हाल जहां बीजेपी ने पसमांदा को टिकट दिया था।