पुणे: सेना मेडल से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल विपुल सिंघल अब सुदर्शन चक्र कोर (Sudarshan Chakra Corps) के नए कमांडिंग अफसर बन गए हैं। वे 27वें कमांडिंग ऑफिसर हैं। बुधवार 3 अगस्त को उन्होंने निवृत्तमान लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ से कार्यभार ग्रहण किया। लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने एक वर्ष से अधिक समय तक कोर का संचालन किया। सुदर्शन चक्र कोर दक्षिणी कमान का हिस्सा है।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंघल, दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी और दून स्कूल, देहरादून और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला के पूर्व छात्र हैं। उन्हें दिसंबर 1988 में आर्मी ज्वाइन की थी और अपने चौंतीस वर्षों के लंबे सैन्य करियर में विभिन्न इलाकों और परिचालन सेटिंग्स में महत्वपूर्ण कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियों में काम किया है। जनरल ऑफिसर ने डेजर्ट सेक्टर में एक आर्म्ड डिवीजन और एक इंडिपेंडेंट आर्म्ड ब्रिगेड की कमान संभाली है। उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें प्रतिष्ठित 'सेना मेडल' से भी अलंकृत किया जा चुका है।
उन्होने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में माउंटेन ब्रिगेड के ग्रेड 1 स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशंस), नियंत्रण रेखा और काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस पर तैनात माउंटेन डिवीजन के कर्नल लॉजिस्टिक्स, ब्रिगेडियर जनरल आदि की भूमिका निभाई। वह सेना मुख्यालय में सामरिक योजना निदेशालय में निदेशक थे और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली के सचिव की नियुक्ति भी कर चुके हैं।
सुदर्शन चक्र कोर की कमान संभालने से पहले कोर कमांडर ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही वीर नारियों, पूर्व सैनिकों, सभी रैंकों और सुदर्शन चक्र कोर के परिवारों को शुभकामनाएं दी।