आगरा एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने 24 घंटे के अंदर तीन इंस्पेक्टरों और दो दरोगाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ बड़ी संख्या में दरोगाओं के तबादले किए हैं। 27 दरोगाओं के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया गया है।
बता दें की दो दिन पूर्व आगरा के सदर थाना प्रभारी धर्मेंद्र दहिया के खिलाफ भाजपा के विधायक धरने पर बैठ गए थे। थाना निबोहरा एसो मनोज शर्मा द्वारा पीड़ित मां बेटे से अभद्रता का मामला सामने आया था। फैशन ब्लॉगर रीतिका सिंह हत्याकांड से ही थाना ताजगंज प्रभारी भूपेंद्र बालियान के खिलाफ अधिकारियों की भौंहे तनी हुई थी। इसके बाद भी इनकी कार्यशैली में अंतर नहीं आ रहा था। इसके साथ ही निबोहरा थाने के दरोगा चंद्रभान द्वारा विवेचना में लापरवाही बरत कर आरोपियों को लाभ देने का प्रयास किए जाने की पुष्टि एसएसपी की जांच में हुई थी। सदर थाने की सीओडी चौकी प्रभारी की भी शिकायतें सामने आई थी ।
एसएसपी आगरा ने देर रात निबोहरा प्रभारी मनोज शर्मा, दरोगा चंद्रभान को सस्पेंड किया था। इसके बाद वायरलेस पर सीओडी चौकी प्रभारी को निलंबित किया था। सुबह 27 दरोगाओं के कार्यक्षेत्र बदलने की लिस्ट एसएसपी आफिस से जारी हुई थी। देर शाम थाना ताजगंज एसो भूपेंद्र बालियान और सदर थाना प्रभारी धर्मेंद्र दहिया को लाइन का रास्ता दिखाया गया है।
थाना सदर प्रभारी पर कार्रवाई विधायक के प्रदर्शन के बाद करने की बात कही जा रही है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इस आदेश के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने थाना मलपुरा प्रभारी के खिलाफ भी शिकायत करने की बात कही है। अचानक आगरा में चली तबादला एक्सप्रेस के बाद बाकी थाना प्रभारियों को भी डर सता रहा है।