महाराष्ट्र से एक और कंपनी टाटा एअरबस ने अपने नागपुर में लगने वाले प्रोजेक्ट को कैंसिल कर गुजरात के वडोदरा में लगाने का फैसला किया है. टाटा के बाय-बाय बोलने के बाद महाराष्ट्र में सियासत गरमा गई है. पिछले 3 महीने में 3 बड़े इन्वेस्टमेंट महाराष्ट्र को अलविदा कहकर गुजरात की तरफ चले गए, जिसके बाद सरकार पर विपक्ष आक्रामक हो गया है. नई सरकार बनने के बाद फॉक्सकॉन कंपनी के दो लाख करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट गुजरात में चले गए तो रायगढ़ में लगने वाला मेडिसिन पार्क भी गुजरात शिफ्ट हो गया. इस पर पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने शिंदे सरकार पर निशाना साधा है. 

अब टाटा एअरबस ने भी नागपुर के मिहान में लगने वाली फैक्ट्री को गुजरात के वडोदरा में शिफ्ट करने का फैसला किया है. जैसे ही यह खबर बाहर आई तो इस पर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्‍य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सरकार को 'खोके सरकार' कहा है. उन्होंने कहा कि जुलाई से ही मैं इस बात की मांग कर रहा हूं कि महाराष्ट्र से 'टाटा एयरबस प्रोजेक्ट' को बाहर नहीं भेजना है. एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के इशारे पर महाराष्ट्र के ऊपर गुजरात सर्जिकल स्ट्राइक कर रहा है और महाराष्ट्र के सारे इन्वेस्टमेंट को गुजरात लेकर जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिल्ली के आगे झुक गए हैं.

वहीं, शिवसेना के उद्धव ठाकरे ग्रुप के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के बाद प्रोजेक्ट का गुजरात से बाहर जाना यह बताता है कि सरकार कितनी निष्कृय है. वहीं, बीजेपी के विधायक राम कदम ने कहा कि यह पिछली सरकार की असफलता के कारण हो रहा है.