गुजरात (Gujarat) में चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) सक्रिय हो गई है. बीजेपी ने उम्मीदवारों के चयन को लेकर सेंस प्रक्रिया गुरुवार से शुरू कर दी है. इसके लिए हर विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए बीजेपी ने 117 निरीक्षकों को नियुक्त किया है जो चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को अगले तीन दिन तक परखेंगे. सुबह से ही निर्धारित जगहों पर उम्मीदवारों की भीड़ इकट्ठी शुरू हो गई है. इस प्रक्रिया में हर उम्मीदवार वो क्यों लायक है? इसका तर्क निरीक्षकों को देता है. दावेदारी करने वाले हर कार्यकर्ता का बाकायदा कई बिंदुओं पर जांच परख होती है
जॉब इंटरव्यू की तरह ही हो रही है उम्मीदवार से पूछताछ
टिकट को लेकर बीजेपी ने इस बार सबको मौका देने की पहल की है. निरीक्षकों के सामने कोई भी उम्मीदवारी दर्ज करा सकता है. इसके बाद अच्छे उम्मीदवार को वरीयता दी जाती है. हालांकि क्षेत्र में अन्य पहलुओं पर भी ध्यान दिया जाता है. जातियों और बाकी समीकरणों को देखकर पांच अपेक्षित उम्मीदवारों की सूची बनती है. इसके बारे में जिला संकलन के लोगों से चर्चा होती है. इसके बाद नामों को फाइनल किया जाता है और उसे राज्य की संसदीय समिति को भेजा जाता है. यहां अंतिम 3 नाम तय करते हुए उन्हें केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजा जाता है. अंतिम निर्णय यहीं होता है, इसके बाद उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगती है
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के एक ही नाम पर आम सहम
टिकट दावेदार खोड़ा भाई ठाकोर ने बताया कि अहमदाबाद की घाटलोडिया सीट पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के एक ही नाम पर आम सहमति बनी. इसके अलावा अन्य सीटों पर उम्मीदवार दावेदारी कर रहे हैं.ति.