रोहा में गत १८अक्टुबर को शिल्पी कानन की आंचलिक समिति गठन कर आगामी पाँच नबंवर को शुधाकंठ डां भुपेन हाजरीका स्मृति दिवस मनाने का निर्णय ले प्रस्तुती प्रारंभ कर दि है।
प्रह्लाद कुमार मशरंग को मुख्य सलाहकार, गिरिधर वनिया को अध्यक्ष, प्रदीप बरदलै को कार्यकरी अध्यक्ष, राजेन गांवखोवा,संजीव कुमार बोरा,असीम हाजरीका,मायातृष्णा हाजरीका कलिता को उपाध्यक्ष, भास्करज्योति पातर को साधारण सचिव,मंटुराम पातर,ज्योतिका देवी को सचिव,संजीव हाजरीका,राजकुमार गुप्ता, प्रांजल नाथ को संस्कृतिक सचिव,चंद्र मोहन दास,भवज्योति डेका,राजेश गांवखोवा को सांगठनिक सचिव,दीपक दास, विश्वज्योति डेका,कुंज काकोति को प्रचार सचिव के तौर पर लेकर रोहा आंचलिक शिल्पी कानन का गठन कर आगामी नौ और य्गारह अक्टूबर को सभा आयोजित कर आगामी ५नबंवर को डां भुपेन हाजरीका स्मृति दिवस रोहा के सभी दल संगठनों के साथ मनाने का निर्णय लेने के साथ ही २३अक्टुबर को कमारजान स्थित महामिलन तीर्थ में रोहा आंचलिक शिल्पी कानन के अध्यक्ष गिरिधर वनिया की अध्यक्षता और सचिव भास्कर पातर के उद्देश्य व्याख्या के साथ अनुष्टित विशेष कार्यकरी सभा में सचिव भास्कर पातर ने आगामी शुधाकंठ स्मृति दिवस सभी दल संगठनों और कमारजान जनता की सहाय सहयोगिता की कामना कीहै।मुख्य सलाहकार प्रह्लाद मशरंग ने कार्यक्रम के पर एक विशेष वार्ता वाहक एक पृष्ठ प्रस्तुत कर सभा के बिच व्यक्तकिया।साथ ही असम शिल्पी कानन विभिन्न शिल्पों के साथ जौडे व्यक्तियों का अभिनंदन करने तथा ज्योति विष्णु के जन्म मृत्यु दिन आयोजन या दायित्व लेने की बात रही। सभा में रोहा आंचलिक तिवा छात्र संघ के अध्यक्ष दीपसिंह डेरा राजा ने शुधाकंठ के जीवन और संगीत पर प्रकाश डाला।उपस्थित शिल्पी कानन केंद्रीय समिति के कार्यकरी अध्यक्ष वाहेद आली सचिव मृदुपवन बोरा ने सभा को सम्बोधित करने के साथ ही कानन केंद्रीय समिति के कार्यकरी अध्यक्षा मौसमी काकोति ने सभा को सम्बोधित किया।उपाध्यक्षा मायातृष्णा हाजरीका कविता ने शुधाकंठ स्मृति दिवस पर चित्रांकन प्रतिस्पर्धा आयोजन की बात रही। दोपहर दो बजे से कानन का समवेत संगीत का रिहर्सल में शिल्पी राजेन गांवखोवा,जयश्री होकाई,निहारीका देवी,ज्योतिका देवी,सचिव भास्कर ज्योति पातर,ववी सेनापति ने गीत परिवेशन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।हरमोनियम में मंटुराम पातर,तबला में तरंग ऑस्कर और बांसुरी में जूनन बरदलै ने साथ दिया।