चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों की ओर से किए जाने वाले लोकलुभावन वादों यानी फ़्री बी पर रोक लगाने को लेकर सख़्ती दिखाई है. शीर्ष न्यायालय ने कहा है कि ये एक गंभीर मुद्दा है और चुनाव आयोग और सरकार ये नहीं कह सकते कि वो इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं. शीर्ष अदालत ने कहा कि चुनावी अभियानों के समय राजनीतिक पार्टियों की ओर से किए जाने वाले इन लोकलुभावन वादों के कल्चर को रोकने के लिए एक शीर्ष निकाय बनना चाहिए. इसमें नीति आयोग, वित्त आयोग, सत्ताधारी और विपक्षी पार्टी, आरबीआई और अन्य संबंधित पक्षों के प्रतिनिधियों की राय को शामिल किया जाना चाहिए. अदालत ने केंद्र सरकार, चुनाव आयोग, वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल और याचिकाकर्ता से कहा है कि वो सात दिनों में बताएँ कि इस विशेषज्ञ निकाय का गठन कैसे होगा.
Join our app to earn points & get the text & video content in your preffered language
PLease Click Here to Join Now
Search
Categories
- City News
- State News
- National
- Crime
- Entertainment
- Viral News
- Special
- Sports
- Politics
- Business
- International
- Health
- Spiritual
- Agriculture
- Education
- Election
Read More
मोटरसाईकिल चोरी के प्रकरण मे दो आरोपी गिरफ्तार, चोरी गई मोटरसाईकिल बरामद
जिला पुलिस अधीक्षक बून्दी हनुमान प्रसाद ने बताया की थानाधिकारी थाना कापरेन के नेतृत्व मे...
LIVE Cyclone Biparjoy: गुजरात की तरफ बढ़ रहा 'बिपरजॉय', केंद्र और राज्य सरकार अलर्ट; शाह ने की बैठक
Cyclone Biparjoy Live News Updates: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का महाराष्ट्र और गुजरात में असर देखने...
Tata Motors Share | Mega Demerger के बाद Stock में रौनक, जान लें कबतक पूरा होगा डीमर्जर? | News
Tata Motors Share | Mega Demerger के बाद Stock में रौनक, जान लें कबतक पूरा होगा डीमर्जर? | News
સિહોર શહેરમાં સ્વતંત્રતા દિવસ ની ભવ્ય ઉજવણી કરાઈ હતી
15 ઓગસ્ટના રોજ ઉજવાયેલા 76 માં સ્વાતંત્ર્ય દિવસની ઉજવણીમાં પહેલી વાર લોકો સીધા જોડાયા હતા....