कोरोना का कोहराम सभी ने देखा है. इस महामारी ने कई घर बर्बाद कर दिए. किसी के बेटी-बेटे तो किसी के माता-पिता की मौत की वजह बना. कह सकते हैं कि पूरे परिवार तक उजाड़ दिए. इसका गम को लोग अभी तक नहीं भूले और ना भूल पाएंगे. वहीं इनके इस गम को बांटने और उन्हें खुशी देने के लिए राज्य सरकार ने कदम उठाया है. दरअसल प्रदेश में जो भी बच्चे कोरोना के कारण अनाथ हुए हैं उनकी दीपावली इस बार मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मनेगी. इसके लिए जिला स्तर पर कलेक्टर प्रभारी मंत्रियों ने बच्चों और उनके परिवार से जुड़े लोगों से बात कर तैयारी कर ली है. सभी 21 अक्टूबर को जयपुर जाएंगे.

उदयपुर के धैर्य और कामाक्षी करेंगे सीएम से मुलाकात

उदयपुर के भाई-बहन धैर्य और कामाक्षी ने कोरोना में अपने माता-पिता को खो दिया था. यह दोनों मुख्यमंत्री के साथ 21 को लंच करेंगे और दीपावली मनाएंगे. इन दोनों बच्चों से जिले के प्रभारी और राजस्व मंत्री रामलाल जाट और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने मुलाकात की और उनकी पढ़ाई और करियर के बारे चर्चा की. साथ ही राज्य सरकार द्वारा उनको दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. दोनों उदयपुर के हिरणमगरी सेक्टर 6 में रहने वाले है जिसमें 13 वर्षीय धैर्य व 7 वर्षीय कामाक्षी शाक्य है जो वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय एकलिंगगढ़ छावनी में पढ़ाई कर रही है.