पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की लगभग 140 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता ईडी लगा चुका है। इसमें अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद लगभग 52 करोड़ रुपये की नकदी और चार करोड़ के जेवरात शामिल हैं।इसके अलावा ईडी को 18 करोड़ की संपतियां भी मिली हैं, जिनकी कीमत 70 करोड़ रुपये से अधिक मानी जा रही है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन सभी संपत्तियों को मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत जब्त किया जाएगा। ईडी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से मिले नकदी और जेवरात के अलावा उनके बैंक खातों में भी आठ करोड़ रुपए मिले हैं। इसके अलावा उनकी 18 अन्य संपत्तियों का पता चला है, जो पार्थ चटर्जी, अर्पिता मुखर्जी या फिर दोनों नाम पर हैं।
इनमें कुछ संपत्तियां पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के मालिकाना हक वाली कंपनियों के नाम पर भी हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी इन संपत्तियों का बाजार मूल्य तय करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन शुरूआती अनुमान के मुताबिक ये 70 करोड़ रुपये से अधिक की हो सकती हैं। ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पार्थ चटर्जी अर्पिता मुखर्जी की तरह कुछ अन्य लोगों के नाम पर काली कमाई को छुपा सकते हैं।इस संबंध कई जानकारी मिल रही हैं, जिसकी पुष्टि के प्रयास किये जा रहे हैं। पुख्ता सबूत मिलने की स्थिति में ईडी नए सिरे से छापामारी कर इन संपत्तियों के दस्तावेज की जांच कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में पार्थ चटर्जी की अवैध कमाई और भी ज्यादा हो जाएगी।