-तिवारीपुर पुलिस ने एसओजी की मदद से बच्चा चोर संगठित गिरोह को किया गिरफ्तार।
-एसएसपी ने बच्चा चोर गिरोह को गिरफ्तार करने वाली टीम को 20000 का दिया नगद इनाम।
10 माह के नवजात शिशु को सकुशल मां को किया सुपुर्द।
गोरखपुर : सोमवार को डोमिनगढ़ में बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों व मोहल्ले वासियों ने जिन की पिटाई की थी वह बच्चा चोर संगठित गिरोह चलाने वाले ठग थे जो आर्थिक रूप से लाचार व्यक्तियों से संपर्क बनाकर उसकी लाचारी का फायदा उठाकर उनके बच्चों को बहला-फुसलाकर पैसों की लालच देकर बच्चे को ले लेते हैं तथा एनजीओ की आड़ में बच्चे को बेच देते है। सोमवार की रात स्कार्पियो सवार महिला-पुरुष और गाड़ी ड्राइव शख्स हर्बर्ट बंधे से डोमिनगढ़ पुल की तरफ जा रहे थे। पुल पर गाड़ी खड़ी कर दी। इस दौरान स्कार्पियो में सवार एक व्यक्ति बाहर निकला और पीछे से आई एक अन्य कार में स्कार्पियो से बच्चे को निकाल कर दे दिया। दूसरी कार से आए लोग आगे बढ़ गए। इसी दौरान एक बाइक सवार भी आया। स्कार्पियो सवार ने उससे बात की। बाइक सवार भी उस गाड़ी के पीछे चला गया। इस बीच उसी में से एक ने बच्चा चोर चिलाया तभी मुहल्ले वाले उन्हे घेर लिये और धुनाई कर दी पुलिस को सुपुत्र कर दी हैं तिवारीपुर पुलिस एसपी सिटी व सीओ कोतवाली ने कड़ाई से पूछताछ किया तो सच्चाई सामने आ गई जो एनजीओ के आड़ में बच्चा की ठगी कर बच्चों को एनजीओ के आड़ बेचने का कार्य करते है शेखर तिवारी बाल शिशु गृह अनाथ आश्रम मऊ जनपद में चलाता है उसी के आड़ में बच्चों को बच्चा सप्लायर अनुराधा मिश्रा उर्फ गोल्डी तथा उसकी मां पुष्पा द्वारा बच्चा सप्लाई किया जाता रहा जो मनीष नामक व्यक्ति ओम नंदिनी नामक पैथोलॉजी पर काम करता है जीसके मोबाइल से 20 से 25 अन्य बच्चों का फोटो भी पुलिस ने देखा है इनके साथ झोलाछाप डॉक्टर इलियास एन जी ओ अंकित चलाता है लूटेरा अंकुर सिंह बड़े पैमाने लूट का काम किया करता है बच्चा चोरी गिरोह में कुल तेरह किरदार अपनी अहम भूमिका निभाई है अनिल पासवान वादी बच्चे की मां के पति का दोस्त है महिला लाचार गरीब है जिसका पति 1 साल पहले छोड़ चुका है उसके 10 साल बच्चे की बगैर मां की जानकारी के बच्चे को बेचने का सौदा 45000 में कर दीये उधर बच्चे को स्कॉर्पियो में दे दिए एक बच्चा चोर चोर का हल्ला कर कर स्कॉर्पियो से बचा ले लिए और बच्चे को 48 घंटे के बाद मां को सुपुर्द कर दी मां को दबाव बनाया गया कि अगर किसी को सूचना दी तो बच्चे की हत्या कर दी जाएगी जिस के डर से मां शांत रही बच्चा चोर गिरोह में अहम किरदार निभाने वाले अनिल पासवान जितेंद्र भारती अनुराधा मिश्रा उर्फ गोल्डी शेखर तिवारी बाल शिशु गृह अनाथ आश्रम मऊ का मालिक अंकित मिश्रा इलियास खान अंकुर सिंह लुटेरा रवि टुनटुन छोटू पुष्पा देवी व तीन अज्ञात व्यक्ति की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई की नजरों से बच्चा चोर गिरोह के ठग बच नहीं सके वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने सोमवार को रात में 9 बजे बच्चा चोर समझ कर मोहल्ले वासियों और ग्रामीणों द्वारा पिटाई करने के बाद गिरफ्तार किए गए महिला पुरुष गाड़ी ड्राइवर से तत्परता से पूछा गया तो उन्होंने अपनी पूरी कहानी एसपी सिटी कृष्ण बिश्नोई व क्षेत्राधिकारी कोतवाली रत्नेश्वर सिंह को बता दी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने क्षेत्राधिकारी वासगांव प्रशाली गंगवार के नेतृत्व में एक टीम गठित की है जो बाल शिशु गृह अनाथ आश्रम मऊ जाकर पता करेगी कि जो वहां अनाथ आश्रम चल रहा है वह भारत सरकार द्वारा लाइसेंस प्राप्त कर बच्चे को अनाथ आश्रम में रखा जा रहा है या बच्चा ठगी कर या चोरी कर बच्चों को अनाथ आश्रम में रखे जा रहे हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने 20000 नगद इनाम देने की घोषणा की पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण विश्नोई ने जानकारी दिया गिरफ्तार करने वालों में प्रमुख रूप से थानाध्यक्ष तिवारीपुर मदन मोहन मिश्र, वरिष्ठ उपनिरीक्षक भपेंद्र तिवारी, हेड कांस्टेबल संजय सिंह, कांस्टेबल आनंद किशोर, कांस्टेबल अमरजीत, कांस्टेबल शुभम चौधरी, कांस्टेबल दीपक यादव,महिला कांस्टेबल नेहा सिंह, महिला कांस्टेबल संविता सिंह, महिला कांस्टेबल पूनम, उपनिरीक्षक मनीष यादव एसओजी प्रभारी, हेड कांस्टेबल राम इकबाल,हेड कांस्टेबल राज मंगल सिंह एसओजी, हेड कांस्टेबल मोहसिन खान एसओजी, करुणा पति तिवारी एसओजी, कौशल तिवारी हेड कांस्टेबल, रणबीर सिंह एसओजी,हेड कांस्टेबल करुण खरवार एसओजी, कांस्टेबल रवि चौधरी एसओजी सम्मिलित रहे।