मध्य प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को पिछले सप्ताह कूनो नेशनल पार्क में छोड़े जाने के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और करीब 300 अन्य अतिथियों के दौरे की तैयारियों के मद्देनजर पेड़ काटे जाने से जुड़ी मीडिया में आयी खबरें 'फर्जी' हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि राष्ट्रीय उद्यान में सिर्फ एक अतिथि गृह है, इसी कारण वीआईपी लोगों के ठहरने के लिए तंबू लगाए गए थे और इनके लिए जगह बनाने की खातिर 'बड़ी संख्या में पेड़ों को काटा गया था।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि हेलीपैड बनाने के लिए भी पेड़ काटे गए थे। खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'कूनो में हेलीपैड बनाने के लिए कोई पेड़ नहीं काट गया है। जिस जगह को चुना गया था, वहां पहले से ही पेड़ नहीं थे, और पेड़ काटे जाने से जुड़े खबरें पूरी तरह फर्जी हैं।' उन्होंने कहा, 'ना तो वहां 300 अतिथि थे और ना ही उनके ठहरने के लिए तंबू लगाए गए थे। वास्तविकता यह है कि सेसाईपुरा रिसॉर्ट में तंबू लगाए गए थे, जहां सभी अतिथि और अधिकारी रुके थे। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में तंबू लगाने की खबरें फर्जी हैं।'