शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) को जमीन घोटाले (Patra Chawl Land Scam) मामले में गिरफ्तारी कर लिया है.वहीं उनकी गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भले ही शिवसेना (Shiv Sena) के मुख्य प्रवक्ता और सामना के संपादक संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि भले ही संजय राउत ने बार-बार हमारी और हमारे साथ के 50 विधायकों की आलोचना की हो, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने स्पष्ट किया है कि हम उनकी आलोचना का जवाब अपने काम के जरिए देंगे.

बता दें कि पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में शिवसेना नेता संजय राउत को कल देर रात यानी 31 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी से पहले उनसे लगभग 18 घंटे की लंबी पूछताछ की गई. संजय राउत (Sanjay Raut) को आज सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर ईडी कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहीं राउत की गिरफ्तारी के शिवसेना के कार्यकर्ता नाराज हैं. जैसे ही उनकी गिरफ्तारी हुई, ED दफ्तर के बाहर शिवसेना के कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए और जमकर नारेबाजी की.ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार है. उन्हें उनके घर से बलार्ड एस्टेट इलाके में स्थित ईडी ऑफिस लाया गया है. संजय राउत के घर से ईडी को 11.5 लाख रुपए मिले हैं.

क्या है पात्रा चॉल घोटाला?

साल 2007 में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को (जो HDIL की सिस्टर कंपनी है) पात्रा चाल का विकास करने का काम महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से दिया गया था. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को वहां रहने वाले 672 फ्लैट बनाकर देना है और करीब 3000 फ्लैट म्हाड़ा को देना था. यह लैंड 47 एकड़ का था, जहां पर वहां रहने वाले और म्हाड़ा को घर बनाकर देने के बाद बाकी बची जमीन पर वो घर बनाकर खुद बेच सकते हैं लेकिन आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने वहां किसी भी तरह का विकास नहीं किया और न ही म्हाड़ा को फ्लैट दिया. बल्कि उसने पूरी जमीन और FSI 8 बिल्डर को 1034 करोड़ रुपये में बेच दिया.