गोलाघाट माहेश्वरी सभा के सौजन्य एवं माहेश्वरी महिला संगठन तथा युवा संगठन के संयुक्त सहयोग द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष पर हिंदी भाषा के प्रति अवदान प्रदान करने वालों को 14 से 28 सितम्बर तक जारी हिंदी पखवाड़े पर रविवार को नगरस्थित माहेश्वरी भवन के पेक्षागृह में हिंदी दिवस पर एक सम्मान समारोह का अयोजन किया गया। उक्त सभा में माहेश्वरी सभा अध्यक्ष छगन लाल चांडक, रामेश्वर लाल रांदढ़ नगर, हनुमान प्रसाद रांदढ़, माहेश्वरी महिला संगठन की अध्यक्षा रंजना बिन्नानी, सचिव बिमला काबरा को मंचासीन कराया गया। इसके बाद ज्येष्ठ समाज सेवी ज्योति प्रसाद लडिया, छगन लाल चांडक,रामेश्वर लाल रांदढ़, हनुमान प्रसाद रांदढ़ और जगदीश शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया और माहेश्वरी महिला संगठन की सदस्याओं द्वारा महेश वन्दना के साथ सभा का शुभारम्भ किया गया। उक्त सभा की उद्देश्य व्याख्या अमित नागोरी ने की। उक्त सभा में राजभाषा हिंदी के प्रति अपने कार्यशैली द्वारा अवदान देने वाले समाज सेवियों क्रमशः ज्योति प्रसाद लडिया, छगन लाल चांडक,रामेश्वर लाल रांदढ़, हनुमान प्रसाद रांदढ़ और जगदीश शर्मा, देबजित बरुवा (प्रभाती प्रिंटर्स), मानस बरुवा (गोलाघाट ऑफसेट), पत्रकार क्रमशः जयदीप गुप्ता (डी वाई 365) , अशोक साहु (पूर्वांचल प्रहरी) और अमित नागोरी (दैनिक पूर्वोदय) के साथ ही मातृ शक्ति कवित्रियों व लेखिकाओं क्रमशः रंजना बिन्नानी, सीमा सिंघी (अग्रवाल), पूनम अग्रवाल, राधा बिन्नानी,सरला बजाज, पूनम अग्रवाल और राधा बिन्नानी, महिला पत्रकार मीना नागोरी (दैनिक पूर्वोदय) एवं अनिता नागोरी (दैनिक अकेला) द्वारा उनके अवदानों से सभा को परिचित करवाते हुए सभी को फूलाम गमछे तथा उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर रामेश्वर लाल रांदढ़ , ज्योति प्रसाद लडिया, जगदीश शर्मा, जयदीप गुप्ता, देवकिशन बजाज और पवन बाहेती ने हिंदी दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए। राजभाषा हिंदी को साल में केवल एक बार हिंदी दिवस के रूप में पालन किए जाने के बजाय हर देशवासी अपने परिवार तथा रोजमर्रा के जीवन में भी हिंदी भाषा को प्रयोग में लाए जाने पर सभी को जागरूक बनाने पर जोर दिय। वहीं अरुण काबरा और अमित नागोरी द्वारा पाठ की गई कविता की सभी ने सराहना की। इस दौरान रंजना बिन्नानी, पूनम अग्रवाल, सरला बजाज, सीमा सिंघी, मीना नागोरी और बिमला काबरा ने अपनी स्वरचित कविताएं प्रस्तुत की। इसके बाद राष्ट्रगान के साथ सभा का समापन किया गया।