आगरा: ताजनगरी में प्रतिभा की कमी नही हैं। विभिन्न क्षेत्रों की बात करे तो मोहब्बत की नगरी आगरा के होनहारों ने अपने हुनर और प्रतिभा के बल पर काफी नाम कमाया हैं। ऐसी ही एक शख्सियत से आज हम अपने पाठकों को रूबरू कराने जा रहे हैं। नाई की मंडी निवासी मुईन बाबूजी किसी परिचय के मोहताज नही हैं। क्रिकेट से लेकर राजनीति तक उन्होंने काफी नाम कमाया हैं। समाजसेवा में भी आपकी भूमिका काफी सराहनीय रही।
बचपन से क्रिकेट के शौकीन मुईन बाबूजी ने 1985 से आगरा में बड़ी टीमो के साथ खेलने की शुरआत की। आलराउंटर के रूप में मशहूर रहे बाबूजी ने बोलिंग व बेटिंग के साथ विकेट कीपर के रूप में कई टीमो के लिए अपना बेहतरीन योगदान दिया। साथ ही दो बार टीम के कैप्टन भी रहे। सिटीजन क्रिकेट क्लब बनने के बाद आप इसमें सचिव बनाये गए। 1988 से 2010 तक मुईन बाबूजी सिटीजन क्रिकेट क्लब के अलावा आगरा जिला क्रिकेट संघ में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। महानगर की कई टीमो के नेतृत्व में आपने विभिन्न शहरों में शानदार प्रदर्शन कर मैडल जीते। भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने की मांग के लिए भी बाबूजी ने अपनी आवाज बुलंद की। 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम की कोच गैरी क्रिस्टन की पत्नी के आगरा आगमन पर स्थानीय प्रशासन द्वारा मुईन बाबूजी को उनके आगरा भ्रमण की जिम्मेदारी सौपी गई जिसका उन्होंने पूर्ण रूप से निर्वहन किया। आज भी बाबूजी के द्वारा आगरा महानगर में कई टूनामेंटो का आयोजन किया जाता रहता हैं। आगरा की शख्सियत के.के कपूर, अधिवक्ता स्वर्गीय अचल शर्मा, जी डी शर्मा आदि के साथ आपने आगरा में कई टुनामेंट कराए। इसके साथ ही क्रिकेट का शौक रखने वाले नवयुवकों को आप आज भी ट्रेनिंग के माध्यम से क्रिकेट के हुनर सिखाते रहते हैं।
क्रिकेट के अलावा बात की जाए तो मुईन बाबूजी राजनीति का भी काफी शौक रखते हैं। आप समाजवादी पार्टी में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। साथ ही पार्टी के कई बड़े आंदोलनों में आपकी भूमिका काफी संघर्षशील नेता के रूप में जानी जाती रही हैं।