आज गोलाघाट नगर के अलंकार विवाह भवन में यक्ष्मा और हृदय रोग संबंधित अंतर्राष्ट्रीय संस्था एवं जिला तम्बाकू नियंत्रण कोष, गोलाघाट के सौजन्य से कानून व्यवस्था लागू करने वालों के लिए एक जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुई। इस शिविर में हिस्सा लेते हुए गोलाघाट जिला विधि सेवा आयोग की सचिव ज्योतिस्मिता शर्मा ने कहा कि तम्बाकू एक जानलेवा नशा है और वर्तमान की युवा पीढ़ी के अधिकांश इस जानलेवा नशे के प्रति आसक्त होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण विषय है। तम्बाकू लोगों की जिन्दगी को अंधकार में ही नही धकेलता बल्कि समाज को बहुत बड़ी क्षति भी पहुंचा सकती है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों के सौ मीटर व्यासार्ध तक तम्बाकू जनित सामग्रियों की बिक्री को कानूनन अपराध होने का उल्लेख करते हुए। ऐसे मामले सामने आने पर लोग इसके खिलाफ कानून का सहारा लेने की बात कही। इस शिविर के दौरान बड़ी संख्या में वक्ताओं ने तम्बाकू सेवन के परिणामस्वरूप होने वाली बीमारियों, इससे जुड़ी कानून और विभिन्न विषयों पर वक्तव्य प्रदान किए। आज इस प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न विषयों के विश्लेषकों, गोलाघाट पुलिस के अधिकारियों, विभिन्न स्कूलों-कालेजों के छात्र छात्राओं, एन सी सी कैडेट्स और गोलाघाट के कई विशिष्ट व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। जिला तम्बाकू नियंत्रण कोष की जिला नोडल अधिकारी डॉ सुनीता एक्का ने उक्त शिविर के उद्देश्य व्याख्या करते हुए कहा कि तम्बाकू कैंसर का प्रमुख कारक है। तम्बाकू संबन्धित सामग्रियों का त्याग करने के लिए जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से आज इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है इस दौरान विशिष्ट निबंधकार, फिल्म निर्देशक दिनेश गोगोई, विशिष्ट लेखक समाज सेविका अपराजिता बरुवा, अवकाश प्राप्त अध्यापिका, समाज सेवी ड० लुकुमनी गोस्वामी, पर्यावरण कर्मी अपूर्व बल्लभ गोस्वामी, ज्येष्ठ चिकित्सक डॉ रंजीत हाजरीका और गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।