खुद को बताया था बिजनेसमैन
नेपाल पुलिस को पूछताछ में गुमराह करते हुए दीपक मुंडी समेत तीनों आरोपियों ने बताया था कि वो भारतीय बिजनेसमैन हैं और भारत से नेपाल जा रहे हैं. नेपाल पुलिस को पूछताछ के दौरान ये भनक भी नहीं लगी की ये तीनों भारत के पंजाब में एक बड़े हत्याकांड में वांटेड हैं और दिल्ली पुलिस व पंजाब पुलिस समेत तमाम एजेंसियों को इनकी तलाश है.
एक फोन कॉल से पकड़े गए आरोपी
नेपाल पुलिस ने दीपक मुंडी समेत तीनों आरोपियों का पहचान पत्र चेक किया और तीनों को कहा कि वो अपने किसी पहचान वाले को थाने में बुला लें, तभी उन्हें छोड़ा जाएगा. जैसे ही नेपाल पुलिस की हिरासत में मौजूद राजेंद्र उर्फ जोकर ने अपने किसी करीबी को फोन मिलाया उस फोन कॉल को दिल्ली पुलिस ने इंटरसेप्ट किया. कारण, दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने पहले से ही राजेंदर का फोन सर्विलांस पर लगाया हुआ था.जानकारी के मुताबिक फोन इंटरसेपेशन से पूरी जानकारी स्पेशल सेल को लगी. तुरंत स्पेशल के अधिकारियों ने नेपाल पुलिस से संपर्क किया और बताया कि बच्चा चोरी के शक में पकड़े गए तीनों संदिग्ध हत्याकांड में वांटेड हैं. इसके बाद दिल्ली और पंजाब पुलिस नेपाल पहुंची और तमाम दस्तावेज नेपाल पुलिस को सौंपें. जिसके बाद दीपक मुंडी, कपिल और राजेंदर को गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया.