बहुत सस्ती है सोडियम बैटरी
आपको बता दें कि साल 2012 के दौरान लीथियम बैटरी की कीमत करीब 4800 डॉलर प्रति टन था, जो आज के वक्त में करीब 85 हजार डॉलर प्रति टन हो गया है. वहीं, सोडियम हाइड्रॉक्साइड की कीमत करीब 900 डॉलर प्रति टन है. साथ ही दुनिया में लीथियम की तुलना में सोडियम का भंडार सैकड़ों गुना अधिक है. यानी सस्ता होने के साथ प्रचुर मात्रा में सोडियम की उपलब्धता इसे भविष्य का पावर हाउस बना सकता है. जिसके चलते इलेक्ट्रिक वाहनों में लगने वाली बैटरी सोडियम होगी तो वाहनों के बनाने में आने वाली कॅास्ट काफी घट जाएगी. जिसका सीधा असर वाहनों की कीमत पर पड़ेगा. ऑटो एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन की लगात में बैटरी का कॉस्ट लगभग 50 फीसदी है. यानी 5 लाख रुपये की अगर गाड़ी है तो उसमें बैटरी की लागत 2 से 2.5 लाख रुपये है. यानी अगर इसका इस्तेमाल कार में शुरू हो जाएगा तो 5 लाख रुपये की कार 3 लाख रुपये में मिलना शुरू हो सकता है.
कब आ सकती है मार्केट में
जानकारी के मुताबिक सोडियम का दुनिया भर में खूब भंडार है और वह बेहद सस्ता है, लेकिन इसका इस्तेमाल एकदम से शुरू करना मुश्किल है. ऐसा इसलिए कि लीथियम की तुलना में सोडियम आयन बैटरी कम ऊर्जा स्टोर करती है. इसके चलते कार में बड़ी बैटरी लगाने होगी, जिससे गाड़ी का वजन काफी बढ़ जाएगा. यानी, यह उपयुक्त नहीं होगा. इसके साथ ही लीथियम आयन बैटरी की तुलना में सोडियम की बैटरी उम्र भी कम होती है. वैज्ञानिक अब शोध कर रहे हैं कि कब तक बैटरी को इलेक्ट्रिक वाहनों में असंबल किया जा सकता है. इसकी कंपनियों या सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं की है. लेकिन बताया जा रहा है कि बहुत जल्द मार्केट में सोडिय बैटरी युक्त सस्ती कार आ जाएगी.