दिल्ली के शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की स्कूली बच्चों के साथ न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे आर्टिकल के बाद से दिल्ली एजुकेशन मॉडल को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी आमने सामने है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में दिल्ली एजुकेशन मॉडल पर सवाल उठाए थे

क्लास रूम में बिजली का मीटर, टीन की छत, एक ही ब्लैक बोर्ड पर दो कक्षाओं की पढ़ाई... 'आप' पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज जब ग्रेटर कैलाश विधानसभा के कृषि विहार में स्थित एमसीडी स्कूल का जायजा लेने पहुंचे तो स्कूल की बदहाली पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की शिक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किए. आप विधायक ने स्कूल में टीचर्स की कमी से लेकर छोटी क्लास के बच्चों की परेशानियां गिनाईं.

विधायक जब इस स्कूल में पहुंचे तो एक ही क्लास में दो टीचर एक ही ब्लैक बॉर्ड पर बच्चों को पढ़ा रहे थे. आधे बोर्ड पर कक्षा 2 के बच्चों को पढ़ाया जा रहा था तो आधे पर कक्षा 5वीं के बच्चों को पढ़ाया जा रहा था. स्कूल की छत टीन से ढकी हुई थी. उन्होंने कहा 'ये बच्चे मेरे बच्चों की तरह हैं, मेरी दिल्ली मेरे देश के बच्चे हैं. हम चाहते हैं कि जो सुविधाएं दिल्ली सरकार के स्कूलों को मिल रहीं, वो यहां भी मिले. आप इन बच्चों और टीचर्स का दर्द समझिए. ये वो बच्चे हैं जो 6वीं क्लास में जाएंगे तो दिल्ली सरकार के स्कूलों में जाएंगे. इन बच्चों पर और ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. ये चीजें प्रिंसिपल्स और टीचर्स के हाथ में नहीं है, यही इंस्ट्राफक्चर इन्हें पहले से मिला हुआ है.'