मॉनसून सत्र में महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी और जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है. हंगामे के चलते राज्यसभा के 19 सांसदों को सदन से एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के चार सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था. बताया जा रहा है कि ये राज्यसभा सांसद सदन के वेल में प्रवेश करने और नारेबाजी करने के लिए एक हफ्ते के लिए निलंबित किए गए हैं.संसद में विपक्ष लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है. सरकार का आरोप है कि विपक्ष संसद की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है. जबकि विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार इन मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है.
राज्यसभा में हंगामे को लेकर विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की गई. उपसभापति ने 19 सांसदों को निलंबित कर दिया. इन सांसदों में तृणमूल सांसद सुष्मिता देव, डॉ शांतनु सेन और डोला सेन, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्ला, एए रहीम, एल यादव और वी वी. शिवादासन, अबीर रंजन विश्वास, नदीमुल हक शामिल हैं. इससे पहले सोमवार को भी लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने महंगाई और GST की बढ़ती दरों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. लोकसभा में हंगामा करने को लेकर कांग्रेस के चार सांसदों को कार्रवाई की गई. मणिक्कम टेगोर, टीएम प्रतापन, ज्योतिमणी, रम्या हरिदास को इस पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.
उधर, मंगलवार को सोनिया गांधी से ईडी ने पूछताछ की. ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने संसद से सड़क तक जमकर हंगामा किया. कांग्रेसी सांसदों ने जहां ये मुद्दे सदन में उठाया तो कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकाला. यहां राहुल गांधी धरने पर भी बैठे. इसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी और कांग्रेस सांसदों को हिरासत में ले लिया. पुलिस के मुताबिक, राहुल गांधी और कांग्रेस के 50 सांसदों को हिरासत में लिया गया है.