नंद घर ने ‘प्रोजेक्ट बालवर्धन’ के तहत जॉन स्नो इंक. (JSI) आर एंड टी इंडिया फाउंडेशन और रॉकेट लर्निंग के साथ एक रणनीतिक साझेदारी औपचारिक रूप से स्थापित की है।
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यह साझेदारी राजस्थान में नंद घरों के माध्यम से प्रारंभिक बाल शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण को सुदृढ़ करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है।
30 मई, 2025, नई दिल्ली: वेदांता की प्रमुख सीएसआर पहल 'नंद घर' पारंपरिक आंगनवाड़ियों को आधुनिक केंद्रों में रूपांतरित कर रही है, जो स्मार्ट शिक्षा उपकरणों, BaLA (बिल्डिंग एज लर्निंग एड) डिज़ाइन, एलईडी टीवी और बच्चों के अनुकूल ढांचे से सुसज्जित हैं, जिससे 3–6 वर्ष के बच्चों के लिए आकर्षक और सुरक्षित वातावरण तैयार हो। नंद घरों में बच्चों और माताओं को पोषक आहार, स्वास्थ्य सेवाएं और पोषण सहायता प्रदान की जाती है, साथ ही महिलाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त किया जाता है जिससे आजीविका और समुदाय का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।
प्रोजेक्ट बालवर्धन, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य बच्चों में कुपोषण से लड़ना और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता को बढ़ाना है। NFHS-5 के अनुसार, राजस्थान में 5 वर्ष से कम उम्र के 31.8% बच्चे स्टंटिंग और 16.8% बच्चे वेस्टिंग का शिकार हैं। इस परियोजना के माध्यम से धौलपुर, राजस्थान में 800 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों को नंद घर में बदला जाएगा, जिससे 80,000 से अधिक बच्चों और 14,000 महिलाओं को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा और कुल मिलाकर 1,00,000 से अधिक समुदाय के लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
इस पहल में एक 360-डिग्री प्रणालीगत दृष्टिकोण अपनाया गया है, जो प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ECCE) को मजबूत करने, सभी प्रकार के कुपोषण से निपटने, और ICDS राजस्थान के दिशा-निर्देशों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण पूरक पोषण सुनिश्चित