30 फीसदी बच्चे रोज आ रहें अस्पताल डायरिया से पिड़ित। 

जनपद जौनपुर में, मौसम में बदलाव और उमस भरी गर्मी से लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी से बच्चे अधिक पीड़ित हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 30 से 40 बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं। बीमारी से पीड़ित बच्चों में पानी की कमी हो जा रही है। डायरिया के लक्षणों में उल्टी, दस्त के साथ बुखार की शिकायत हो रही है।डायरिया होने पर डी-हाइड्रेशन के कारण बच्चे सुस्त हो जाते हैं। कभी-कभी तो बेहोश होने की शिकायत भी मिलती है। जिला महिला अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में उल्टी दस्त के मरीजों की भरमार है। बाल रोग विशेषज्ञ डा. राम नगीना ने बताया कि नागरिक अस्पताल में ही प्रतिदिन 20 से 25 बच्चों की ओपीडी रहती है। लेकिन इनमें से 30 प्रतिशत बच्चे उल्टी-दस्त और पानी की कमी के आ रहे हैं। कुछ बच्चों में खूनी दस्त की भी समस्या सामने आ रही है।बच्चों में डायरिया के लक्षण-बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ. मुकेश शुक्ला ने बताया कि गर्मी में डायरिया होने पर बच्चों में ये लक्षण दिखा सकते हैं। बच्चों के पेट में ऐंठन होना या दर्द होना, पेट में सूजन, जी मिचलाना और उल्टी करना आना, डायरिया हो के साथ ही बुखार आना, दस्त होना, भूख न लगना, चिड़चिड़ापन होना डायरिया के लक्षण हो सकते हैं। यह लक्षण दिखने पर बच्चे को तुरंत डाक्टर को दिखाना चाहिए।