रात में इलाज की सुविधा नहीं मेडिकल काॅलेज में।
जनपद जौनपुर में, उमानाथ सिंह स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) में मरीजों को रात में भर्ती कर इलाज करने की सुविधा अभी नहीं मिल पा रही है। सामान्य बीमारी के मरीजों को दिन में सात घंटे भर्ती कर इलाज किया जाता है। शाम चार बजे सभी को छोड़ दिया जाता है। मेडिकल कॉलेज में ट्रायल के तौर पर 30 बेड पर आईपीडी (इन-पेशेंट डिपार्टमेंट) शुरू की गई है। इसके बावजूद रात्रिकालीन सेवा की सुविधा उपलब्ध नहीं है जबकि आईपीडी सेवा के तहत अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिन और रात दोनों समय चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। अस्पताल के सूत्रों की माने तो जांच के साथ ही शौचालय और पानी तक की सुविधा नहीं है। इसके चलते मरीजों को रात में रोककर इलाज करना संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में आईपीडी सेवा शुरू करने का दावा हवाहवाई है।रोज आते हैं दो-तीन मरीज-मेडिकल कॉलेज में,डायरिया, उल्टी, दस्त, सामान्य दर्द, कफ के दो से तीन मरीज आते हैं। ऐसे मरीजों को सुबह 9 बजे के बाद भर्ती कर उनका इलाज किया जाता है। शाम चार बजे के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है। सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को रात में आईपीडी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। अस्पताल प्रशासन आईपीडी सेवा को अभी ट्रायल मान रहा है। अस्पताल में आईपीडी सेवा ट्रायल के तौर पर चल रही है। सुविधा बढ़ने के बाद मरीजों को 24 घंटे आईपीडी के सुविधा मिलने लगेगी। सुविधाएं बढ़ान के लिए प्रयास किया जा रहा है।डा. रुचिरा सेठी, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज का कहना है।