अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ आज (13 नवंबर) मुकाम में बैठक बुलाई है. इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने एक लेटर जारी करके बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया को निलंबित कर दिया. कार्यवाहक अध्यक्ष रहे स्वर्गीय राम सिंह बिश्नोई के बेटे परशराम बिश्नोई को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया.  कुलदीप बिश्नोई अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक हैं. कुलदीप बिश्नोई ने यह पत्र 12 नवंबर को जारी किया है. इसके पहले 11 नवंबर को देवेंद्र बुढ़िया ने एक पत्र जारी करके कुलदीप बिश्नोई को पद मुक्त करने का आदेश दिया था. देवेंद्र बुढ़िया ने जारी लेटर में लिखा कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का संरक्षक पद समाज का सबसे सम्मानित पद है. ये बिश्नोई समाज का गौरव होता है. जबकि आप (कुलदीप बिश्नोई) पर अपने पुत्र का अंतरजातीय विवाह करने का आरोप है, जिससे बिश्नोई समाज में भारी रोष है. ऐसी स्थिति में इस पद पर आप नहीं रह सकते, इसलिए आपको इस  पद से पद मुक्त किया जाता है.अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई की तरफ से जारी पत्र में लिखा, "अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के पवित्र संविधान की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ऐसा माना गया है कि महासभा का कोई भी सदस्य और प्रधान अपने पद पर रहते हुए निजी स्वार्थ के लिए समाज को नुकसान पहुंचाने का कार्य करता है, या अनुशासनहीनता करता है, तो महासभा उसे पद मुक्त कर सकती है. देवेंद्र बुढ़िया पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया में काफी तथ्यहीन झूठी और समाज को बांटने वाली बातें कर रहे हैं, जिससे समाज में बिखराव और टकराव की संभावना नजर आ रही है."